Last Updated on August 1, 2025 18:00, PM by
स्पेशियलिटी केमिकल सेक्टर की दिग्गज कंपनी जुबिलेंट इंग्रिविया (Jubilant Ingrevia) ने पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं, जो बाजार को हैरान करने वाले हैं. कंपनी ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो अक्सर देखने को नहीं मिलता. कंपनी की बिक्री में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई, लेकिन इसके बावजूद कंपनी का मुनाफा रॉकेट की रफ्तार से बढ़ा है. यह नतीजे कंपनी की बेहतरीन ऑपरेशनल क्षमता और मजबूत रणनीति की ओर इशारा करते हैं.
कमाई सपाट, पर मुनाफा दमदार
आइए पहले नतीजों के मुख्य आंकड़ों पर नजर डालते हैं. कंपनी की आय साल-दर-साल (YoY) 1% की मामूली बढ़त के साथ ₹1,038 करोड़ रही. लेकिन ऑपरेशनल लेवल पर कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया. EBITDA 29% बढ़कर ₹153 करोड़ पर पहुंच गया.
कंपनी का EBITDA मार्जिन भी बढ़कर 15% हो गया. सबसे बड़ा कमाल नेट प्रॉफिट में दिखा, जो 54% की शानदार छलांग लगाकर ₹75 करोड़ हो गया. यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि कंपनी ने अपनी लागत को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया है और ज्यादा मुनाफा देने वाले प्रोडक्ट्स पर फोकस किया है.
कौन सा सेगमेंट बना ‘हीरो’?
कंपनी के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे उसके स्पेशियलिटी केमिकल्स एंड न्यूट्रिशन सेगमेंट का हाथ है. यह सेगमेंट कंपनी के लिए मुनाफे की मशीन साबित हो रहा है. कंपनी की कुल आय में इस सेगमेंट का हिस्सा 63% है. लेकिन जब बात मुनाफे (EBITDA) की आती है, तो कुल मुनाफे का 90% अकेले इसी सेगमेंट से आया है. यह दिखाता है कि कंपनी का स्पेशियलिटी केमिकल और CDMO बिजनेस कितनी मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
भविष्य के लिए क्या है प्लान?
कंपनी का मैनेजमेंट भविष्य को लेकर भी काफी आश्वस्त है. कंपनी को स्पेशियलिटी केमिकल्स और CDMO बिजनेस से लगातार ग्रोथ की उम्मीद है. इसके अलावा, एसिटाइल्स पोर्टफोलियो में भी रिकवरी की उम्मीद की जा रही है. कंपनी ने ‘लीन 2.0’ नाम से एक पहल शुरू की है, जिसका टारगेट वित्त वर्ष 2026 में ₹100 करोड़ से ज्यादा की बचत करना है.