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स्टॉक स्प्लिट की गुड न्यूज और अडानी पावर के शेयर में आ गई तेजी, 1 अगस्त की मीटिंग में होगा फैसला

स्टॉक स्प्लिट की गुड न्यूज और अडानी पावर के शेयर में आ गई तेजी, 1 अगस्त की मीटिंग में होगा फैसला

Last Updated on July 29, 2025 17:15, PM by

Adani Power Stock Split: अडानी पावर के शेयर छोटे-छोटे हिस्सों में बंट सकते हैं। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स 1 अगस्त को एक मीटिंग करने वाले हैं। इसमें इसके बारे में फैसला होगा।

अडानी पावर का स्टॉक होगा स्प्लिट
 
नई दिल्ली: अगर आपके पास अडानी पावर के शेयर हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स 1 अगस्त को एक मीटिंग करने वाले हैं। इस मीटिंग में कंपनी के शेयरों को विभाजित करने ( Stock Split) के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस खबर के बाद अडानी पावर के शेयर में तेजी आई। बीएसई पर मंगलवार को यह शेयर 3.85% की तेजी के साथ 592.55 रुपये पर बंद हुआ।कंपनी ने बताया कि बोर्ड शेयर कैपिटल को बदलने पर विचार करेगा। वे मौजूदा पूरी तरह से भुगतान किए गए इक्विटी शेयरों को विभाजित करेंगे। अभी एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है। यह सब शेयरधारकों और रेगुलेटरी बॉडीज की मंजूरी के बाद ही होगा। अगर मंजूरी मिल जाती है तो कंपनी एक शेयर को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट देगी।
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क्या कहा कंपनी ने?

कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ‘हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग, जो शुक्रवार 1 अगस्त 2025 को होगी, उसमें कंपनी की शेयर कैपिटल में बदलाव के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। यह बदलाव शेयरों के विभाजन के माध्यम से होगा। अभी एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है, जो पूरी तरह से भुगतान किया गया है।

स्टॉक स्प्लिट का अनुपात तय नहीं

अभी यह तय नहीं है कि स्टॉक स्प्लिट का अनुपात क्या होगा। यह बोर्ड मीटिंग में तय किया जाएगा। कंपनी ने पहले ही 24 जुलाई 2025 को आगामी बोर्ड मीटिंग के बारे में जानकारी दे दी थी। स्टॉक स्प्लिट का प्रस्ताव उस एजेंडे का हिस्सा होगा। Trendlyne के आंकड़ों के अनुसार, अगर यह मंजूरी मिल जाती है तो अडानी पावर के इतिहास में यह पहली बार होगा जब कंपनी अपने शेयरों को विभाजित करेगी।

स्टॉक स्प्लिट क्यों?

कंपनियां आमतौर पर अपने शेयरों को इसलिए विभाजित करती हैं ताकि वे ज्यादा लोगों के लिए अफोर्डेबल हो सकें। जब शेयर की कीमत कम हो जाती है, तो छोटे निवेशक भी उसे खरीद सकते हैं। इससे शेयरों की ट्रेडिंग बढ़ जाती है और मार्केट में लिक्विडिटी भी बेहतर होती है।

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