Last Updated on July 25, 2025 21:36, PM by Pawan
Petronet LNG Ltd ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे जारी किए हैं, जो पिछली तिमाही के मुकाबले कमजोर रहे हैं. कंपनी का नेट प्रॉफिट 21.8% घटकर 834 करोड़ रुपए रह गया है, जबकि पिछले क्वार्टर (Q4FY25) में यह 1,067 करोड़ रुपए था. इस गिरावट ने बाजार को भी हैरान किया है क्योंकि पिछली तिमाही में कंपनी ने अच्छी ग्रोथ दिखाई थी.
EBITDA और मार्जिन में भी गिरावट
कंपनी का EBITDA यानी ब्याज, टैक्स, डिप्रिसिएशन और अन्य खर्चों से पहले की कमाई भी इस तिमाही में कमजोर रही. यह 23.2% घटकर 1,160 करोड़ रुपए रह गया, जो पिछले क्वार्टर में 1,513 करोड़ रुपए था. इसके साथ ही EBITDA मार्जिन भी घटकर 9.7% पर आ गया, जो Q4FY25 में 12.2% था. यानी कमाई पर मार्जिन भी सिकुड़ा है.
रेवेन्यू में 3.5% की गिरावट
Petronet का कुल रेवेन्यू इस तिमाही में 11,880 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही के 12,316 करोड़ रुपए के मुकाबले 3.5% कम है. यानी कुल कमाई में भी गिरावट दर्ज की गई है.
ऐसे वक्त में गिरावट जब कंपनी ने बड़ी डील साइन की है
दिलचस्प बात यह है कि यह नतीजे ऐसे वक्त में आए हैं जब कंपनी ने हाल ही में एक बड़ी डील की घोषणा की थी. 10 जुलाई को Petronet LNG ने Performance Chemiserve Ltd के साथ 1,200 करोड़ रुपए की रिगैसिफिकेशन डील साइन की है. यह कंपनी Deepak Fertilisers की सब्सिडियरी है. डील 5.5 साल के लिए है, जिसमें गुजरात के दहेज टर्मिनल से हर साल करीब 25.6 TBTUs एलएनजी की रिगैसिफिकेशन सेवा दी जाएगी.
भारत की सबसे बड़ी LNG इंपोर्टर कंपनी है Petronet
Petronet LNG भारत की सबसे बड़ी लिक्विफाइड नैचुरल गैस (LNG) इंपोर्ट करने वाली कंपनी है. इसकी स्थापना 1998 में भारत सरकार द्वारा की गई थी. यह एक जॉइंट वेंचर है जिसमें GAIL, ONGC, IOCL और BPCL जैसी सरकारी कंपनियां शामिल हैं. कंपनी दो बड़े टर्मिनल ऑपरेट करती है, एक 17.5 MTPA क्षमता वाला दहेज (गुजरात) में और दूसरा 5 MTPA का कोच्चि (केरल) में. कंपनी विदेशी सप्लायर्स, खासकर कतर की RasGas से LNG मंगाकर देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करती है.
