Last Updated on July 25, 2025 11:48, AM by
मुंबईकुछ ही क्षण पहले
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एनएसडीएल एक डिपॉजिटरी इंस्टीट्यूशन है। 1996 में बनी ये कंपनी आज देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है।
भारत की सबसे बड़े डिपॉजिटरी NSDL ने अपने IPO के लिए 760 से 800 रुपए प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। अनलिस्टेड मार्केट में इसके शेयर अभी 1,025 रुपए पर ट्रेड कर रहे हैं।
NSDL का आईपीओ 30 जुलाई 2025 को खुलेगा और 1 अगस्त 2025 को बंद होगा। एंकर इनवेस्टर्स के लिए IPO की बिडिंग एक दिन पहले यानी, 29 जुलाई को शुरू होगी।
- मिनिमम लॉट: 18 शेयर, जिसके लिए 14,400 रुपए (800 रुपए x 18) चाहिए।
- रिटेल इनवेस्टर्स: ज्यादा से ज्यादा 13 लॉट (234 शेयर) के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- कर्मचारियों के लिए: 85,000 शेयर रिजर्व, जिन्हें 76 रुपए प्रति शेयर की छूट मिलेगी।
मौजूदा शेयरहोल्डर्स 5.01 करोड़ शेयर बेचेंगे
ये आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, यानी कंपनी इसमें नए शेयर जारी नहीं कर रही। मौजूदा शेयरहोल्डर्स अपने 5.01 करोड़ शेयर बेचेंगे, जिससे करीब 4,011 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे।
कौन-कौन बेच रहा है शेयर?
इस आईपीओ में कई बड़े नाम अपने शेयर बेच रहे हैं। इनमें शामिल हैं:
- आईडीबीआई बैंक: 2.22 करोड़ शेयर बेचेगा।
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज : 1.80 करोड़ शेयर बेचेगा।
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: 5 लाख शेयर बेचेगा।
- इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक और SUUTI (स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया) भी अपने शेयर बेच रहे हैं।
अनलिस्टेड मार्केट की तुलना में शेयर की कीमत 22% कम
एनएसडीएल ने अपने शेयर की कीमत 760-800 रुपए रखी है, जो अनलिस्टेड मार्केट में चल रही 1,025 रुपए की कीमत से 22% कम है। अनलिस्टेड मार्केट में इसके शेयर पहले 1,275 रुपए के पीक पर थे, लेकिन अब 20% की गिरावट के साथ 1,025 रुपए पर हैं। फिर भी आईपीओ की कीमत ग्रे मार्केट से सस्ती है।
ऐसा पहले भी देखा गया है। टाटा टेक्नोलॉजी, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट और पीबी फिनटेक जैसी कंपनियों ने भी अपने आईपीओ की कीमत ग्रे मार्केट से कम रखी थी। इसका फायदा ये होता है कि लिस्टिंग के वक्त शेयर की कीमत में अच्छा उछाल देखने को मिल सकता है।
कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ कैसी है?
एनएसडीएल का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस काफी मजबूत है। वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) में कंपनी का:
- नेट प्रॉफिट: 343.12 करोड़ रुपए, जो पिछले साल के 275.45 करोड़ से 24.57% ज्यादा है।
- रेवेन्यू: 1,535.19 करोड़ रुपए, जो FY24 के 1,365.71 करोड़ से 12.41% ज्यादा है।
- मार्केट कैप: 800 रुपए की ऊपरी कीमत पर मार्केट कैप करीब 16,000 करोड़ रुपए होगा।
कंपनी का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) रेशियो 46.62 है, जो इसके कॉम्पटीटर सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) के 66.63 P/E से कम है। यानी एनएसडीएल का वैल्यूएशन CDSL के मुकाबले सस्ता है।
क्या IPO में निवेश करना चाहिए?
NSDL का आईपीओ उन निवेशकों के लिए अच्छा मौका हो सकता है, जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है, क्योंकि ये भारत के बढ़ते शेयर बाजार का अहम हिस्सा है। साथ ही इसका वैल्यूएशन CDSL के मुकाबले सस्ता है और ग्रे मार्केट में अच्छा प्रीमियम दिख रहा है। लेकिन, निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें और मार्केट की स्थिति पर नजर रखें।
निवेश से पहले 2 बातों का ध्यान रखें…
- मार्केट की अस्थिरता: अभी प्राइमरी मार्केट में उतार-चढ़ाव है, जो लिस्टिंग को प्रभावित कर सकता है।
- ग्रे मार्केट का रिस्क: GMP पर पूरी तरह भरोसा न करें, क्योंकि ये अनऑफिशियल होता है।
कैसे अप्लाई करें?
आप एनएसडीएल आईपीओ में ऑनलाइन UPI या ASBA के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए जेरोधा, अपस्टॉक्स, एचडीएफसी बैंक या एसबीआई बैंक जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करें। आईपीओ का अलॉटमेंट 4 अगस्त 2025 को फाइनल होगा और शेयर 6 अगस्त 2025 को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।
क्या है एनएसडीएल और इसका काम?
एनएसडीएल एक डिपॉजिटरी इंस्टीट्यूशन है। यानी ये आपके डीमैट अकाउंट में शेयर, बॉन्ड्स और दूसरी सिक्योरिटीज को डिजिटल फॉर्म में रखने का काम करता है।
आसान भाषा में कहें तो, जैसे बैंक में आपका पैसा सुरक्षित रखता है वैसे ही एनएसडीएल आपके शेयरों को डीमैट अकाउंट में सुरक्षित रखता है। 1996 में बनी ये कंपनी आज देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है।