Last Updated on July 25, 2025 16:27, PM by
Sensex-Nifty: तेजी की स्थिति में, वित्त वर्ष 2028 तक सेंसेक्स 115,836 और निफ्टी 43,876 तक पहुंच सकता है. यह जानकारी शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई. स्टॉक ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म Ventura Securities ने अपने हालिया अनुमान में कहा है कि हालांकि, Bear Market की स्थिति में, वित्त वर्ष 2028 तक सेंसेक्स 1,04,804 और निफ्टी 39,697 तक पहुंचने का अनुमान है. इन तीन वर्षों में निफ्टी के एक प्राइस-टू-अर्निंग (पीई) बैंड के भीतर रहने की उम्मीद है, जिसमें वित्त वर्ष 2028 की अर्निंग पर शेयर कंपाउंड एनुअल ग्रॉथ रेट (ईपीएस सीएजीआर) 12-14 प्रतिशत के साथ मजबूत आय वृद्धि का अनुमान है.
ब्रोकरेज ने क्या कहा?
वेंचुरा के शोध प्रमुख विनीत बोलिंजकर ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती का प्रदर्शन किया है और एनबीएफसी क्राइसिस, कोरोना, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर हालिया अनिश्चितता जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद एक बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उच्चतम जीडीपी वृद्धि दर्ज की है.”
उन्होंने आगे कहा कि रिस्क कम करने वाले फैक्टर्स मौजूदा चुनौतियों से कहीं अधिक प्रभावी होंगे, जिससे अनुमानित वित्त वर्ष 30 तक भारतीय जीडीपी वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 28 तक, भारतीय सूचकांक बुल की स्थिति में 21 गुना और बियर की स्थिति में 19 गुना के पीई स्तर पर होगा, जिसमें सेंसेक्स के लिए अनुमानित प्रति शेयर आय (ईपीएस) 5,516 और निफ्टी 50 के लिए 2,089 होगी.
रिपोर्ट के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध और ट्रंप-युग के टैरिफ जैसी वैश्विक चुनौतियां भी इसकी गति को पटरी से उतारने में विफल रही हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखाती है. वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के मध्य-सीज़न तक, 159 कंपनियों ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के परिणामों की घोषणा की है, जिससे प्रमुख क्षेत्रों में व्यापक मजबूती का पता चलता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इंजीनियरिंग/मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर सबसे आगे हैं, जबकि उपभोग, कमोडिटी और फार्मा सेक्टर स्थिर प्रदर्शन कर रहे हैं.