Last Updated on July 24, 2025 9:33, AM by Pawan
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के अच्छे दिन लौट रहे हैं। इसका फायदा पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस को मिलता दिख रहा है। यह हाउसिंग लोन देने वाली देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का सपोर्ट हासिल है। इसमें पीएनबी की 28 फीसदी हिस्सेदारी है। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस को पीएनबी के व्यापक ब्रांच नेटवर्क का फायदा मिलता है। खासकर पीएनबी के ब्रांच के जरिए इसकी पहुंच देश के दूरदराज तक के इलाकों में है।
पीएनबी हाउसिंग की लोन डिस्बर्समेंट ग्रोथ दूसरी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से ज्यादा रही है। आगे भी इस ट्रेंड के जारी रहने की उम्मीद है। कंपनी अपने एसेट क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने की कोशिश कर रही है। इससे लोनबुक की ग्रोथ थोड़ी सुस्त रही है। हालांकि, ओवरऑल लोन ग्रोथ नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। FY25 में यह 75,000 करोड़ को पार कर गई। कंपनी एफोर्डेबल और इमर्जिंग दोनों ही मार्केट्स पर फोकस कर रही है। ओवरऑल रिटेल डिस्बर्समेंट में इनकी हिस्सेदारी 50 फीसदी तक है।
एफोर्डेबल लोन सेगमेंट की ग्रोथ जबर्दस्त रही है। इस ट्रेंड के आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने ज्यादा कमाई की संभावना वाले कुछ राज्यों में अपने प्राइम ब्रांचेज में बदलाव किए हैं। इसका फायदा मिला है। जून तिमाही में ग्रोथ अच्छी रही है और मुनाफा बनाने की क्षमता भी बढ़ी है। हालांकि, पहली तिमाही में कुछ खास सेगमेंट में लोन ग्रोथ पर सीजनल असर दिखा है। कंपनी को नए सेगमेंट में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। कंपनी ब्रांच की संख्या बढ़ा रही है। इसका भी फायदा उसे मिलेगा।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने हाई ग्रोथ मार्केट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए हर साल 40-50 नई ब्रांच ओपन करने का प्लान बनाया है। कंपनी ने अपनी ब्रांच की कुल संख्या 356 से बढ़ाकर 500 तक करने का टारगेट रखा है। एसेट क्वालिटी में गिरावट के बाद कंपनी ने कॉर्पोरेट लोन बुक पर फोकस घटाया है। इससे ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (जीएनपीए) रेशियो में अच्छा इम्प्रूवमेंट देखने को मिला है।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के सामने एसेट क्वालिटी को बेहतर बनाए रखते हुए अच्छी ग्रोथ हासिल करने की चुनौती है। कंपनी ने एफोर्डेबल लोन सेगमेंट में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए प्राइसिंग प्रतिस्पर्धी रख है। ऐसे में कंपनी को प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर फोकस करना होगा। करीब सभी मोर्चों पर बेहतर प्रदर्शन की वजह से पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों की रीरेटिंग हुई है। इसके बावजूद प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों की कीमतें ज्यादा नहीं हैं। ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए स्टॉक की वैल्यूएशन सही लगती है।
