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IPO से पहले बायबैक, Lenskart के को-फाउंडर 10 गुना सस्ते वैल्यू पर खरीद रहे शेयर

IPO से पहले बायबैक, Lenskart के को-फाउंडर 10 गुना सस्ते वैल्यू पर खरीद रहे शेयर

Last Updated on July 9, 2025 12:50, PM by

Lenskart IPO: लेंसकार्ट के को-फाउंडर और सीईओ पीयूष बंसल (Peyush Bansal) ₹200 करोड़ का कर्ज जुटाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इन पैसों का इस्तेमाल वह कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में करेंगे। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। आईपीओ लाने की तैयारियों में जुटी लेंसकार्ट के सॉफ्टबैंक, Chiratae और टीआर कैपिटल समेत करीब आधे निवेशक अपने कुछ शेयर बेचने वाले हैं। हालांकि पीयूष बंसल इस आईवियर स्टार्टअप के शेयरों को ₹8500 करोड़ के वैल्यूएशन पर खरीदने के लिए बातचीत कर रहे हैं जोकि इसका आईपीओ इस साल के आखिरी तक ₹85 हजार करोड़ के वैल्यूएशन पर आने की संभावना है।

Lenskart में कितनी है Peyush Bansal की हिस्सेदारी?

पीयूष बंसल लेंसकार्ट के शेयरों की खरीदारी $1 बिलियन के वैल्यूएशन पर करना चाहते हैं जोकि आईपीओ के लिए तय किए गए $10 बिलियन यानी $1000 करोड़ के वैल्यूएशन का दसवां हिस्सा है। खास बात ये है कि यह जो $10 बिलियन वैल्यूएशन है, वह पिछले साल जून 2024 में सेकंडरी ट्रांजैक्शंस के समय के वैल्यूएशन से करीब दोगुना है। जून 2024 में $5 बिलियन के वैल्यूएशन पर टेमासेक (Temasek) और फिडेलिटी (Fidelity) ने लेंसकार्ट के $20 करोड़ के शेयर हासिल किए थे। अब अगर पीयूष बंसल $1 बिलियन के वैल्यूएशन पर शेयर खरीदने में सफल होते हैं तो इसका मतलब हुआ कि कंपनी वर्ष 2019 के वैल्यूएशन लेवल पर पहुंच जाएगी। पीयूष बंसल की कंपनी में अभी करीब 4 हिस्सेदारी है और अब वह इसे 2 पर्सेंटेज प्वाइंट और बढ़ाना चाहते हैं यानी कि इस खरीदारी के बाद लेंसकार्ट में उनकी हिस्सेदारी करीब 6% हो जाएगी। हालांकि Tracxn के आंकड़ों के मुताबिक एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) से भी उनके पास कुछ शेयर जो कंपनी में करीब 19% हिस्सेदारी क बराबर है।

IPO को लेकर कहां तक पहुंचा है काम?

अब लेंसकार्ट के आईपीओ की बात करें तो आने वाले कुछ हफ्तों में कंपनी की योजना आईपीओ का ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल करने की है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की योजना करीब $1 हजार के वैल्यूएशन पर $100 करोड़ का आईपीओ लाने की है। इस आईपीओ के लिए कोटक, एक्सिस कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टैनले और एवेंडुस बैंकर्स हैं। कंपनी के कारोबारी सेहत की बात करें तो कारोबारी विस्तार के चलते पिछले कुछ वर्षों से यह लगातार घाटे में है जबकि उससे पहले यह मुनाफे में थी। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को ₹10 करोड़ का घाटा हुआ और ₹5,427 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था। कंपनी ने अभी वित्त वर्ष 2025 के कारोबारी नतीजे पेश नहीं किए हैं। इसे पीयूष और नेहा बंसल, अमित चौधरी, रमणीक खुराना और सुमीत कपाही ने शुरू किया है। यह भारत, सिंगापुर, यूएई और जापान में आईवियर की बिक्री करती है। इसने एडीआईए, क्रिसकैप, सॉफ्टबैंक, अल्फा वेव समेत अन्य निवेशकों $100 करोड़ से अधिक जुटाए हैं।

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