Last Updated on July 5, 2025 15:03, PM by
Jane Street and Sebi: अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट पर सेबी ने बैन लगा दिया है। कंपनी पर भारतीय शेयर मार्केट में हेरफेर कर अरबों रुपये कमाने का आरोप है।
26 महीने में कमाए अरबों रुपये
जेन स्ट्रीट ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच 26 महीने में 36,502.12 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। सेबी के अनुसार, इसमें से 43,289 करोड़ रुपये इंडेक्स ऑप्शंस से आए। हालांकि, कंपनी को कैश और फ्यूचर्स सेगमेंट में 7,687 करोड़ रुपये का नुकसान भी हुआ।
एक दिन में 700 करोड़ से ज्यादा की कमाई
17 जनवरी 2024 को जेन स्ट्रीट ने एक ही दिन में सबसे ज्यादा 734.93 करोड़ रुपये कमाए। कंपनी ने एक ऐसी रणनीति अपनाई जिससे सुबह बैंक निफ्टी ऊपर गया और दोपहर तक नीचे आ गया। इस वजह से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव हुआ। जेन स्ट्रीट ने इसका फायदा उठाया और बेयरिश ऑप्शंस में मुनाफा कमाया। वहीं, दूसरे ट्रेडर्स इंडेक्स के मूवमेंट को समझ नहीं पाए और उन्हें नुकसान हुआ।
सुबह खरीदे, दोपहर को बेचे
सेबी का कहना है कि 17 जनवरी को जेन स्ट्रीट ने सुबह के सत्र में 4,370 करोड़ रुपये के बैंक निफ्टी के स्टॉक्स और फ्यूचर्स खरीदे। इससे इंडेक्स में तेजी आई और ऐसा लगा कि बाजार में सुधार हो रहा है। लेकिन सेबी का कहना है कि यह एक चाल थी। जेन स्ट्रीट ने उसी समय बैंक निफ्टी ऑप्शंस में बेयरिश पोजीशन ले रखी थी। दोपहर बाद जेन स्ट्रीट ने अपने स्टॉक होल्डिंग्स को तेजी से बेच दिया। इससे बैंक निफ्टी इंडेक्स गिर गया। हालांकि, इन इंट्राडे स्टॉक ट्रेडों में कंपनी को नुकसान हुआ, लेकिन पुट ऑप्शंस से उसे बहुत ज्यादा फायदा हुआ। इंडेक्स गिरने से पुट ऑप्शंस की वैल्यू बढ़ गई।
पंप-एंड-डंप जैसी रणनीति अपनाई
सेबी ने 18 एक्सपायरी-डे ट्रेडों की जांच की। इसमें पाया गया कि जेन स्ट्रीट ने 15 दिनों में ‘पंप-एंड-डंप’ जैसी रणनीति का इस्तेमाल किया। ‘पंप-एंड-डंप’ का मतलब है कि पहले शेयरों को खरीदकर उनकी कीमत बढ़ाना और फिर उन्हें बेचकर मुनाफा कमाना। बाकी तीन दिनों में कंपनी ने एक अलग तरीका अपनाया। कंपनी ने बाजार बंद होने से ठीक पहले भारी मात्रा में शेयर बेचे ताकि इंडेक्स नीचे चला जाए। इन दोनों रणनीतियों से कंपनी को ऑप्शंस में मुनाफा हुआ।
यहां भी की हेरफेर
इंडेक्स को मैनिपुलेट करने के लिए जेन स्ट्रीट ने सिर्फ इंडेक्स ऑप्शंस में ही ट्रेड नहीं किया, बल्कि बड़ी मात्रा में अलग-अलग स्टॉक्स भी खरीदे और बेचे। सेबी का कहना है कि कंपनी ने निफ्टी और बैंक निफ्टी के 40 से ज्यादा स्टॉक्स में एक्सपायरी-डे पर ट्रेड किया। इनमें रिलायंस, TCS, SBI, HDFC बैंक और इंफोसिस जैसे स्टॉक्स शामिल थे। कंपनी का मकसद इन स्टॉक्स के जरिए इंडेक्स की वैल्यू को प्रभावित करना था।
