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Share Market Falls: सेंसेक्स दिन के हाई से 450 अंक टूटा, निफ्टी 25500 के नीचे, इन 6 कारणों से आई गिरावट

Share Market Falls: सेंसेक्स दिन के हाई से 450 अंक टूटा, निफ्टी 25500 के नीचे, इन 6 कारणों से आई गिरावट

Last Updated on July 2, 2025 14:13, PM by Pawan

Share Markets Falls: भारतीय शेयर बाजारों में आज 2 जुलाई को तेज उठापटक देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआती बढ़त गंवाकर लाल निशान में फिसल गए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ डेडलाइन को 9 जुलाई से आगे बढ़ाने से इनकार दिया है, जिसने निवेशको के सेंटीमेंट को कमजोर किया है। सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 236.56 अंकों की बढ़त के साथ 83,933.85 तक पहुंच गया था। हालांकि दोपहर तक यह इस स्तर से 450 अंक गिरकर 83,530.09 के स्तर पर आ गया। इसी तरह, निफ्टी भी शुरुआती कारोबार में 66.3 अंक बढ़कर 25,608.10 के स्तर तक पहुंच गया और उसके बाद यह लुढ़ककर 25,484.75 पर आ गया।

निफ्टी पर इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, श्रीराम फाइनेंस, बजाज फाइनेंस और HDFC लाइफ इंश्योरेंस जैसे शेयरों में 3% तक की गिरावट देखी गई। शेयर बाजार में इस तेज उठा-पटक के पीछे 6 बड़े कारण रहे-

1. भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है, लेकिन 9 जुलाई की समयसीमा पास आते देख निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि दोनों देश एक “बेहद कम टैरिफ” वाले समझौते के करीब हैं, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक सहमति नहीं बनी है। इस अनिश्चितता ने शेयर बाजार के सेंटीमेंट पर असर डाला।

2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली

क्सचेंज पर मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने मंगलवार 1 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार में 1,970.14 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। लगातार हो रही यह बिकवाली विदेशी निवेशकों के भरोसे में कमी का संकेत देती है।

3. फेड चेयरमैन पॉवेल की टिप्पणी

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने पुर्तगाल में एक फोरम के दौरान जुलाई में ब्याज दरों में कटौती को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया। उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व हर बैठक में आर्थिक आंकड़ों के आधार पर फैसला लेगा। इस अनिश्चितता ने ग्लोबल स्तर पर निवेशकों के मनोबल को प्रभावित किया, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर भी असर पड़ा।

4. रुपये में कमजोरी

बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 4 पैसे कमजोर होकर 85.63 प्रति डॉलर पर आ गया। भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता को देखते हुए फॉरेक्स ट्रेडर्स भी सतर्क बने हुए हैं। कमजोर रुपया आयात को महंगा बना देता है और महंगाई के दबाव को बढ़ाता है, इससे निवेशकों के सेंटीमेंट पर नेगेटिव असर पड़ता है।

5. क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल

ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव बुधवार को 0.06% बढ़कर 67.15 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। भारत अपनी जरूरत का करीब तीन चौथाई क्रूड ऑयल, विदेशों से आयात करता है। ऐसे में क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी देश के लिए चिंता का विषय बनी रहती है। इससे व्यापार घाटा और महंगाई पर दबाव बढ़ सकता है।

6. ग्लोबल बाजारों से मिलेजुले संकेत

भारतीय शेयर बाजार के खुलने से आज अधिकतर शेयर बाजार लाल निशान में कारोबार करते दिखाई दिए। जापान का निक्केई, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और शंघाई कंपोजिट लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। हालांकि, हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स हरे निशान में नजर आया। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार बीती रात मिलेजुले संकेतों के साथ बंद हुए, जिससे भारतीय निवेशकों को कोई स्पष्ट दिशा नहीं मिल सकी।

 

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