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Wakefit IPO: मैट्रेस कंपनी का ड्राफ्ट जमा, रहेंगे ₹468 करोड़ के नए शेयर, OFS में कौन-कौन करेगा बिक्री

Wakefit IPO: मैट्रेस कंपनी का ड्राफ्ट जमा, रहेंगे ₹468 करोड़ के नए शेयर, OFS में कौन-कौन करेगा बिक्री

Last Updated on June 28, 2025 8:46, AM by

Wakefit Innovations IPO: मैट्रेस बनाने वाली कंपनी वेकफिट ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। फाइल किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, IPO में 468.2 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 5.84 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा।

OFS में कंपनी के प्रमोटर अंकित गर्ग और चैतन्य रामलिंगेगौड़ा के साथ-साथ नीतिका गोयल, पीक XV पार्टनर्स इनवेस्टमेंट्स VI, रेडवुड ट्रस्ट, वर्लिनवेस्ट S.A., साईं ग्लोबल इंडिया फंड I LLP, इनवेस्टकॉर्प ग्रोथ इक्विटी फंड, इनवेस्टकॉर्प ग्रोथ अपॉर्च्युनिटी फंड और पैरामार्क KB फंड I भी शेयर बेचेंगे।

कितनी पुरानी है कंपनी

 

होम एंड फर्निशिंग्स कंपनी वेकफिट की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। यह मैट्रेस, फर्नीचर और फर्निशिंग्स को अपने चैनलों के साथ-साथ एक्सटर्नल चैनलों के जरिए भी बेचती है। एक्सटर्नल चैनलों में कई मार्केटप्लेस जैसे कि बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और मल्टी ब्रांड वाले आउटलेट शामिल हैं। कंपनी अपने प्रोडक्ट्स के कॉन्सेप्ट, डिजाइन और इंजीनियरिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग, डिस्ट्रीब्यूटिंग, कस्टमर एक्सपीरियंस तक सब देखती है। Wakefit की 5 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज में से 2 कर्नाटक के बेंगलुरु में, 2 तमिलनाडु के होसुर में और एक हरियाणा के सोनीपत में है। वेकफिट का वित्त वर्ष 2023-24 में ऑपरेशंस से रेवेन्यू 986.3 करोड़ रुपये रहा।

IPO से पहले 93.6 करोड़ जुटा सकती है कंपनी

वेकफिट 93.6 करोड़ रुपये का एक प्री-IPO प्लेसमेंट भी ला सकती है। अगर कंपनी IPO से पहले इतने पैसे जुटा लेती है तो IPO में नए शेयरों के इश्यू का साइज घट जाएगा। IPO के लिए एक्सिस कैपिटल, IIFL कैपिटल सर्विसेज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (India) प्राइवेट लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। वेकफिट के शेयर BSE और NSE पर लिस्ट होंगे।

Wakefit कैसे करेगी IPO के पैसों का इस्तेमाल

Wakefit अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 82 करोड़ रुपये का इस्तेमाल 117 नए COCO रेगुलर स्टोर और एक COCO जंबो स्टोर खोलने के लिए करेगी। 15.4 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नए इक्विपमेंट और मशीनरी की खरीद के लिए, 145 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मौजूदा स्टोर्स के लिए रेंट को लीज और सबलीज करने और लाइसेंस फीस के खर्च को लेकर किया जाएगा। 108.4 करोड़ रुपये मार्केटिंग और एडवर्टाइजमेंट पर खर्च होंगे, जबकि बाकी का अमाउंट सामान्य कॉरपोरेट उद्दश्यों के लिए खर्च किया जाएगा।

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