Last Updated on June 28, 2025 11:49, AM by
Vodafone Idea Shares: वोडाफोन आइडिया के शेयरों में पिछले 4 कारोबारी दिनों से लगातार तेजी देखी जा रही है। इन चार दिनों में कंपनी के शेयरों का भाव करीब 15% उछलकर 7.55 रुपये पर पहुंच गया है। यह उछाल कंपनी के फंड जुटाने की नई योजना और सरकार की ओर से संभावित राहत की खबरों के बीच आया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया लगभग 25,000 करोड़ रुपये (करीब 2.9 अरब डॉलर) का कर्ज जुटाने के लिए बातचीत कर रही है। इस फंड का इस्तेमाल टेलीकॉम नेटवर्क को मजबूत करने और रिलायंस जियो तथा भारती एयरटेल जैसी कंपनियों से मुकाबले में बने रहने के लिए किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी घरेलू और विदेशी बैंकों के कंसोर्टियम से यह कर्ज लेगी, जिसकी अगुवाई स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) कर सकता है। कर्ज की अवधि लगभग 10 सालों की हो सकती है। वोडाफोन आइडिया ने पहले अपनी कमजोर वित्तीय सेहत और बड़े सरकारी बकाए के कारण अपनी फंड जुटाने की योजनाओं को रोक दिया था। लेकिन ग्राहकों की तेजी से घटती संख्या और सरकारी राहत की संभावनाओं के बीच कंपनी ने फिर से फंडिंग कोशिशों को गति दी है।
सरकारी राहत की उम्मीद, लेकिन अब तक पुष्टि नहीं
वोडोफान के शेयर को लेकर सेंटीमेंट इस अटकल से भी मजबूत हुआ है कि सरकार कंपनी के 84,000 करोड़ रुपये के बकाये पर राहत दे सकती है, जिसमें AGR (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) देनदारियां शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है सरकार कंपनी के लिए कर्ज की भुगतान समयसीमा को को 6 साल से बढ़ाकर 20 साल तक करने पर विचार कर रही है। हालांकि, कंपनी ने 24 जून, 2024 को एक बयान में साया कि उसे इस पर सरकार से कोई औपचारिक जानकारी नहीं मिली है।
निवेश और तकनीकी साझेदारी के नए प्रयास
कंपनी ने मई में ₹20,000 करोड़ जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसमें इक्विटी और डेट दोनों शामिल थे। वहीं अप्रैल में सरकार ने स्पेक्ट्रम भुगतान को इक्विटी में बदलकर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 48.99% तक बढ़ा दी थी।
वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में अमेरिका की AST स्पेसमोबाइल के साथ साझेदारी का ऐलान किया है, जिसके तहत भारत में डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) सैटेलाइट कनेक्टिविटी शुरू की जाएगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क कवरेज को बेहतर बनाना है।
टेक्निकल ब्रेकआउट, लेकिन जोखिम बरकरार
टेक्निकल चार्ट्स पर वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने एक मजबूत तेजी का पैटर्न दिखाया है और “ट्विन ब्रेकआउट” दर्ज किया है। यह शेयर के दो प्रमुख रेजिस्टेंस लेवल को पार करने का संकेत देता है। इस पैटर्न के मुताबिक, शेयर में मौजूदा स्तरों से लगभग 13% तक की तेजी आ सकती है।
हालांकि बुलिश टेक्निकल सेटअप के बावजूद वित्तीय चुनौतियों से जूझ रही है। हालिया मार्च तिमाही में कंपनी ने 7,166 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया और वह अपने कारोबार को जारी रखने के लिए बाहरी फंडिंग पर अधिक निर्भर है। शेयर अभी भी इसके 19.15 रुपये के 52-वीक हाई से काफी नीचे ट्रेड कर रहा है।
