Last Updated on June 27, 2025 11:43, AM by
नई दिल्ली: शेयर बाजार में इस समय तेजी बनी हुई है। सेंसेक्स वॉल स्ट्रीट के रेकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच रहा है। घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने के कारण सेंसेक्स गुरुवार को 1000 अंक (1.2%) बढ़कर 83,756 पर बंद हुआ। यह अपने सितंबर के अंत के शिखर 85,978 से केवल 3% ही दूर है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर निफ्टी भी 304 अंक (1.2%) बढ़कर 25,549 पर बंद हुआ। यह अपने रेकॉर्ड उच्च स्तर से केवल 2.8% या 728 अंक दूर है। शुक्रवार को भी मार्केट तेजी के साथ खुली।
पिछले दो हफ्तों में मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया था। इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई की आशंका थी। फिर अमेरिका ने इजरायल के साथ मिलकर ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी की। अब वहां शांति के संकेत दिख रहे हैं, इसलिए निवेशक शेयर खरीद रहे हैं। डॉलर कमजोर हो रहा है और कच्चे तेल की कीमतें भी गिर रही हैं। कच्चा तेल भारत के लिए सबसे बड़ी आयात वस्तु है। इससे भी बाजार को फायदा हो रहा है।
बाजार में तेजी का कारण यह भी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में ब्याज दरों में 0.5% की कटौती की थी। महंगाई भी स्थिर है। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। बाजार के जानकारों का कहना है कि इन वजहों से बाजार में तेजी आई है।
Religare Broking के अजित मिश्रा के अनुसार, गुरुवार को घरेलू बाजारों में एक मजबूत सत्र देखा गया। इसे वैश्विक संकेतों से समर्थन मिला। पहले हाफ में बाजार थोड़ा धीमा था, लेकिन बाद में इसमें तेजी आई। मिश्रा ने कहा कि चुनिंदा भारी शेयरों में खरीदारी के कारण बाजार में तेजी आई। अब ब्रोकिंग हाउस को उम्मीद है कि प्रमुख इंडेक्स धीरे-धीरे अपने रेकॉर्ड उच्च स्तर की ओर बढ़ेंगे।
विदेशी निवेशकों ने की जमकर खरीदारी
गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने 12,594 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह 20 सितंबर 2024 के बाद से सबसे बड़ी सिंगल-सेशन नेट इनफ्लो है। बीएसई की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू निवेशकों ने 195 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। गुरुवार को बाजार में आई तेजी से निवेशकों की संपत्ति में लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। बीएसई का मार्केट कैपिटल अब 457.5 लाख करोड़ रुपये है।
