Last Updated on June 23, 2025 1:39, AM by Pawan
America Strikes In Iran News: इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध में आतंकी संगठन हमास ने आग में घी डालने की शर्मनाक काम किया है। इजरायली सेना ने कहा है कि उसने गाजा में बंधक बनाए गए तीन लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के ठीक बाद इजरायली सेना ने रविवार को गाजा में बंधक बनाए गए तीन लोगों के शव बरामद किए हैं। इजरायली सेना के अनुसार मारे गए बंधकों की पहचान योनातन समेरानो (21) ओफ्रा केडर (70) और शे लेविंसन (19) के रूप में हुई है।
योनातन समेरानो के पिता कोबी समेरानो ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि उनके बेटे की सात अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान मौत हो गई थी। उसके बाद उसके शव को गाजा ले जाया गया था। बता दें कि अमेरिका ने आखिरकार ईरान पर आधकारिक तौर पर हमला कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (22 जून) को कहा कि अमेरिका ने तीन ईरानी न्यूक्लियर साइट फोर्डो, नतांज और इस्फाहान पर बहुत सफलतापूर्वक हमला किया है। ट्रंप ने कहा है कि अब ईरान को शांति के रास्ते पर आना चाहिए, नहीं तो और बड़े हमले होंगे।
इस बीच, इजरायल ने कहा है कि उसने ईरान के देजफुल एयरपोर्ट पर दो लड़ाकू विमानों को निशाना बनाया। F-5 लड़ाकू विमान ईरान के पुराने लड़ाकू विमानों के बेड़े का हिस्सा हैं। इजरायल ने एक फुटेज जारी की है जिसमें एक विमान नष्ट होते हुए देखा गया है।
इजरायल ने पहले भी युद्ध में ईरानी सेना के F-14 टॉमकैट्स को निशाना बनाया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ये विमान उड़ान भरने लायक थे या नहीं, क्योंकि पिछले कुछ सालों में कई विमानों को पुर्जों की कमी के कारण इस्तेमाल नहीं किया जा रहा।
इजरायल ने यह भी कहा कि उसने इस्फहान के एयरपोर्ट के आसपास और अन्य जगहों पर भी हमला किया। ईरान ने अब तक युद्ध में विमान या अन्य सामग्री के नुकसान की बात स्वीकार नहीं की है। इस बीच, ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि उसने रविवार सुबह इजरायल पर हमले के दौरान 40 मिसाइलें दागीं। इनमें उसकी खुर्रमशहर-4 मिसाइल भी शामिल है।
नेतन्याहू ने की ट्रंप की तारीफ
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साहसिक निर्णय की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस हमले ने शक्ति के जरिए शांति को दर्शाया है। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु केंद्रों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर हमला किया है। इसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाना है। अमेरिकी हमले के बाद नेतन्याहू ने कहा, “ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का आपका (ट्रंप का) साहसिक निर्णय इतिहास बदल देगा।”
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा, “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन में इजरायल ने वाकई कमाल कर दिखाया। लेकिन आज रात ईरान के परमाणु केंद्रों पर अमेरिका ने कार्रवाई करके शानदार काम किया। उसने वह कर दिखाया है जो दुनिया का कोई भी दूसरा देश नहीं कर सकता।”
इजरायल ने ईरान के खिलाफ 13 जून को ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया था। इजरायल वर्षों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अस्तित्व के लिए खतरा बताता रहा है। वहीं ईरान ने लगातार कहा है कि उसका परमाणु शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।
नेतन्याहू ने जोर देकर कहा, “उनके (ट्रंप) नेतृत्व ने आज इतिहास बनाया जो पश्चिम एशिया को आगे समृद्धि और शांति की ओर ले जाने में मदद कर सकता है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं ‘शक्ति से शांति। पहले शक्ति आती है, फिर शांति आती है।'”
वहीं, इजरायल के राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग ने ईरानी परमाणु केंद्रो पर अमेरिकी हमले को एक निर्णायक क्षण और स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और सुरक्षा के सिद्धांतों की जीत करार दिया। हर्ज़ोग ने X पर लिखा, “मानव इतिहास के पन्नों में यह एक ऐसा क्षण है जब स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और सुरक्षा के सिद्धांतों की जीत हुई है।”