Last Updated on June 23, 2025 18:34, PM by Pawan
अगर चीन से रेयर अर्थ मिनरल्स की सप्लाई सामान्य नहीं हुई तो स्मार्टफोन, टीवी और ऑडियो इक्विपमेंट की मैन्युफैक्चरिंग खतरे में पड़ सकती है। दरअसल, चीन के सप्लाई घटाने के बाद से इन आइटम्स के उत्पादन की कॉस्ट काफी बढ़ गई है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों और एनालिस्ट्स का कहना है कि आगे बड़ी समस्या पैदा होने जा रही है। ऑडियो और वेयरेबल डिवाइसेज के उत्पादन पर इसका असर पड़ना शुरू हो गया है। कई कंपनियां अब मैन्युफैक्चरिंग करने की जगह चीन से फिनिश्ड प्रोडक्ट्स का आयात करने लगी हैं।
चीन ने अप्रैल में एक्सपोर्ट के लिए लाइसंसिंग शुरू की
इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ELCINA) ने कहा है कि नोएडा और दक्षिण भारत में सीधे तौर पर 5,000 से 6,000 नौकरियों और अप्रत्यक्ष रूप से 15,000 रोजगार के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। इस साल अप्रैल में चीन ने 7 रेयर अर्थ एलिमेंट्स की सप्लाई के लिए लाइसेंसिंग शुरू कर दी। उसके बाद से इंडिया में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेज कंपनियों की मुश्किल बढ़ने लगी। छोटे-बड़े कई इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स में इन रेयर अर्थ मिनरल्स का इस्तेमाल होता है।
रेयर अर्थ मिनरल्स का 90 फीसदी उत्पादन चीन में
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर चीन ने पहले की तरह सप्लाई शुरू नहीं की तो इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग के साथ ही वैल्यू एडिशन मुमकिन नहीं रह जाएगी। ऐसे में कंपनियों को रेयर अर्थ मिनरल्स की सप्लाई के दूसरे विकल्प तलाशने होंगे। दुनिया में रेयर अर्थ मिनरल्स का 90 फीसदी उत्पादन चीन में होता है। ऐसे में दूसरे देशों से रेयर अर्थ मिनरल्स का आयात काफी महंगा पड़ेगा।
ELCINA ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट
काउंटरप्वाइंट रिसर्च में रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा कि स्मार्टफोन में रेयर अर्थ मैगनेट्स का काफी इस्तेमाल होता है। ऐसे में इंडिया को देरसवेर रेयर अर्थ मैगनेट्स की सप्लाई के विकल्प के बारे में सोचना होगा। ELCINA ने इस बारे में सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है। इसमें कहा गया है कि अगर कुछ खास रेयर अर्थ एलिमेंट्स की सप्लाई जल्द सामान्य नहीं हुई तो नोएडा, चेन्नई और पुणे की कई इलेक्ट्रॉनिक्स इकाइयों पर ताला लटक जाएगा। फिर कंपनियां चीन में बने उत्पाद को इंपोर्ट करने के मजबूर होंगी।
चीन ने अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ का दिया जवाब
अगर इंडियन कंपनियां चीन में बने इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट करती है तो इससे ‘मेक इन इंडिया’ जैसे सरकार को बड़ा झटका लगेगा। साथ ही बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। अप्रैल से पहले सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद चीन ने जवाबी कार्रवाई में रेयर अर्थ मिनरल्स की सप्लाई के नियम सख्त कर दिए। इसका असर भारत जैसे देशों पर भी पड़ रहा है।
