Uncategorized

Israel-Iran War: इजराइल के स्टॉक एक्सचेंज पर गिरी मिसाइल, फिर भी गोली की रफ्तार से इस हफ्ते क्यों भागा बाजार? | Zee Business

Israel-Iran War: इजराइल के स्टॉक एक्सचेंज पर गिरी मिसाइल, फिर भी गोली की रफ्तार से इस हफ्ते क्यों भागा बाजार? | Zee Business

Last Updated on June 22, 2025 9:34, AM by

 

Israel-Iran War: इजराइल और ईरान के बीच हाल ही में बढ़े युद्ध जैसे हालातों ने दुनिया को एक बार फिर अस्थिरता की ओर झुका दिया है. इस हफ्ते एक मिसाइल इजराइल की राजधानी तेल अवीव में स्थित स्टॉक एक्सचेंज के पास गिरी, जिसने वैश्विक निवेशकों में घबराहट बढ़ा दी. लेकिन इन सबके बीच जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई, वह ये थी कि इजराइली स्टॉक मार्केट तेजी से ऊपर भागा.

बाजार में कितनी तेजी आई?

Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल का प्रमुख इंडेक्स TA‑125 इस सप्ताह लगभग 6% उछला, वहीं TA‑35 इंडेक्स 5% तक बढ़ा. TA‑125 ने 52-सप्ताह के हाई लेवल को छू लिया, जो एक युद्धकाल में असाधारण प्रदर्शन माना जा रहा है.

तो आखिर इतनी बड़ी तेजी क्यों आई?

1. डिफेंस सेक्टर का बूम

मिसाइल हमले के बाद इजराइल की डिफेंस कंपनियों जैसे Elbit Systems और Rafael के शेयरों में जबरदस्त खरीदारी देखी गई. बाजार ने इस स्थिति को जोखिम नहीं बल्कि अवसर के रूप में देखा. युद्ध के समय रक्षा उत्पादों की मांग बढ़ती है और इसी उम्मीद में निवेशकों ने डिफेंस सेक्टर की कंपनियों में पैसा लगाया.

2. निवेशकों की मानसिकता – ‘Buy the dip’

Oxford Economics के अनुसार, युद्धकाल में शेयर बाजारों में गिरावट को कई निवेशक खरीदारी का मौका मानते हैं. यही हुआ इजराइल में भी—मिसाइल हमले के बाद शुरुआती गिरावट आई, लेकिन जल्द ही वैश्विक निवेशकों ने इसमें “Buy the dip” का मौका देखा और जोरदार खरीदारी शुरू कर दी.

3. सरकार और सेंट्रल बैंक की रणनीति

इजराइली सरकार ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक उपायों की घोषणा की. इसके अलावा, बैंक ऑफ इजराइल ने संकेत दिए कि वह जरूरत पड़ने पर मुद्रा बाज़ार में हस्तक्षेप कर सकता है.

4. इनोवेशन में भरोसा

इजराइल एक हाई-टेक देश है, और तकनीकी कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को भरोसा है कि युद्ध की स्थिति भी इनकी ग्रोथ को नहीं रोक पाएगी.

5. अंतरराष्ट्रीय समर्थन की उम्मीद

अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ इजराइल की मज़बूत रणनीतिक साझेदारी से निवेशकों को यह भरोसा रहा कि युद्ध का असर सीमित रहेगा.

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top