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Crude Oil Crisis: ट्रंप के एक फैसले से कच्चा तेल 2% से ज्यादा लुढ़का, जानें क्या जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच बढ़ेंगे दाम या आएगी स्थिरता

Crude Oil Crisis: ट्रंप के एक फैसले से कच्चा तेल 2% से ज्यादा लुढ़का, जानें क्या जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच बढ़ेंगे दाम या आएगी स्थिरता

Last Updated on June 20, 2025 16:50, PM by Pawan

Crude Oil Crisis: एक दिन में क्रूड 2% से ज्यादा गिरा है। ब्रेंट कल $79 के पार निकला था। ब्रेंट आज $77 के नीचे फिसला है। WTI में भी $74 के नीचे कारोबार कर रहा। MCX पर भी भाव 6450 के नीचे आया। बता दें कि ईरान और इजराइल जंग का 8वां दिन है। दोनों तरफ से वार पलटवार जारी है। इधर व्हाइट हाउस का बड़ा बयान आया। ईरान के खिलाफ जंग में अमेरिका शामिल होगा या नहीं राष्ट्रपति ट्रंप इसका फैसला अगले 2 हफ्ते में लेंगे।

कच्चे तेल के लिए ये हफ्ता काफी उथल -पुथल भरा रहा है। ब्रेंट गिरकर 77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जिससे साप्ताहिक बढ़त में लगातार तीसरी गिरावट आई। जबकि अगस्त के लिए वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 74 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा था। ट्रंप ने कहा कि ईरान पर हमला करना है या नहीं अभी तय नहीं है। दो हफ्ते में तय करेंगे हमला करना है या नहीं। ईरान से अब भी बातचीत की संभावना मौजूद है। हलांकि बातचीत होगी या नहीं कह नहीं सकते है। डिप्लोमेसी का मौका होगा तो ट्रंप फायदा उठाएंगे।

बता दें कि अमेरिका ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है। हफ्ते के अंत में ईरान पर हमले की संभावना है। अमेरिकन एयरलाइंस ने दोहा के लिए उडानें रद्द कीं। FBI को हिजबुल्लाह का ‘स्लीपर सेल’ होने की आशंका है। FBI ने अमेरिका में घरेलू निगरानी बढ़ा दी है।

 

हालात नहीं सुधरे तो  क्रूड 90 डॉलर तक भी जा सकता है 

एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा का कहना है कि जियो पॉलिटिकल टेंशन के कारण क्रूड में $10 का प्रीमियम दिख रहा है। क्योंकि तेल बाजार काफी टेंशन में नजर आ रहा है। इजरायल-ईरान युद्ध पर बाजार की नजर बनी हुई है। इजरायल-ईरान युद्ध जल्द खत्म होता हुआ दिखाई नहीं देता।

ट्रंप चाहते है कि क्रूड का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर ना हो। युद्ध में अमेरिकी कूदेगा या नहीं बाजार की नजर इस पर बनी हुई है। ईरान में अमेरिका, इजरायल सत्ता परिवर्तन चाहते हैं।

युद्ध में इजरायल काफी आगे बढ़ चुका है। युद्ध में ईरान कमजोर नजर आ रहा है। दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो इजरायल को मना सकें। ईरान का सारा क्रू़ड चीन को जाता है। ईरान हार मान ले ऐसा होने वाला नहीं है । उन्होंने आगे कहा कि हालात नहीं सुधरे तो  क्रूड 90 डॉलर तक भी जा सकता है।

भारत की रोजाना  5-5.5 MPD क्रूड की खपत करते है। हमारे पास औसतन 13 दिन का ही रिजर्व होता है।

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