Last Updated on June 15, 2025 12:36, PM by
Dalal Street Week Ahead: भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होने वाला है. इजरायल-ईरान संघर्ष, कच्चे तेल की कीमत, अमेरिकी फेड पॉलिसी (US Fed Policy) और थोक महंगाई के आंकड़ों से बाजार की चाल प्रभावित होगी. इजरायल-ईरान संघर्ष (Israel-Iran Tension) पूरे विश्व के शेयर बाजारों के लिए अगले हफ्ते अहम फैक्टर होने वाला है. हाल के दिनों में मध्य-पूर्व में संघर्ष का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला था.
बीते हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली हावी
वैश्विक कारणों के चलते बीते हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली देखने को मिली. इस दौरान निफ्टी और सेंसेक्स 1% से ज्यादा की गिरावट के साथ क्रमश: 24,718 और 81,118 पर बंद हुए. बाजार में गिरावट का नेतृत्व एफएमसीजी, रियल्टी, पीएसयू बैंक और कंजम्पशन इंडेक्स ने किया. इन सभी इंडेक्स में 2% से ज्यादा की गिरावट हुई. वहीं, फार्मा, आईटी और मीडिया में तेजी रही.
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बीते हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) नेट सेलर रहे और 1,246 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशक नेट बायर रहे और 18,637 करोड़ रुपए की कैश कैशमेंट में इक्विटी खरीदी.
ये फैक्टर्स बाजार को देंगे दिशा
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए अमेरिकी फेड की बैठक 17 जून से लेकर 18 जून तक चलेगी. ऐसे में अगले हफ्ते शेयर बाजार में निवेशकों की निगाहें इस इवेंट पर रहेंगी. इसके अलावा घरेलू स्तर पर 16 जून को मई के थोक महंगाई और ट्रेड बैलेंस डेटा से जुड़े डेटा जारी किए जाएंगे. बाजार इन डेटा पर प्रतिक्रिया दे सकता है.
अगले हफ्ते में जारी रह सकता है निफ्टी में कंसोलिडेशन
बजाज ब्रोकिंग का कहना है कि निफ्टी 24,400-25,200 की सीमा में पिछले 1 महीने से जारी कंसोलिडेशन को अगले हफ्ते में जारी रख सकता है. जियो-पॉलिटिकल टेंशन के और बढ़ने के कारण अगर इंडेक्स इस बैंड के निचले स्तरों को तोड़ता है तो 24,000 के स्तर देखने को मिल सकते हैं. आगे कहा गया कि 25,000 के उच्च स्तर पर एक रुकावट बनी हुई है. अगर यह इस स्तर को तोड़ता है तो हाल में हुई गिरावट पर विराम लग सकता है.