Last Updated on June 14, 2025 21:43, PM by Pawan
ईरान और इजरायल के बीच बढ़े संघर्ष के कारण सोने की कीमतों ने छलांग लगाई है। देश में 13 जून को मांग बढ़ने से वायदा कारोबार में सोने का भाव 1 लाख रुपये के मार्क को पार कर गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अगस्त में डिलीवरी वाले सोने की कीमत 2,011 रुपये या 2.04 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,00,403 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और डॉलर इंडेक्स में गिरावट ने भी इस तेजी में योगदान दिया। हालांकि, बाद में यह 1,00,314 प्रति 10 ग्राम पर सेटल हुई।
इससे पहले सोने का वायदा भाव 22 अप्रैल 2025 को 2,048 रुपये बढ़कर 1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर तक गया था। एनालिस्ट्स का मानना है कि कमजोर होते रुपये और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के कारण निवेशक सेफ एसेट माने जाने वाले सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं। जब भी भूराजनीतिक तनाव बढ़ता है तो शेयर बाजारों और करेंसीज में गिरावट का डर पैदा हो जाता है। इसके चलते निवेशक सेफ एसेट तलाशने लगते हैं, जैसे कि सोना। इजरायल-ईरान में तनाव बढ़ने से वैश्विक तेल आपूर्ति में रुकावट पैदा हो सकने को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं, विशेष रूप से स्ट्रेट ऑफ होर्मुज जैसे महत्वपूर्ण रूट्स के माध्यम से।
13 जून को इजरायल ने किया हमला, फिर ईरान ने दिया जवाब
इजरायल ने शुक्रवार, 13 जून को ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य परिसर पर हमला करने के लिए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया। इस हमले में ईरान के कई प्रमुख सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को एक बहुत ही सफल शुरुआती हमला बताया है। साथ ही कहा है कि हम और भी कई उपलब्धियां हासिल करने जा रहे हैं। इसके बाद ईरान ने शनिवार रात इजरायल पर जवाबी हमले शुरू किए।
ईरान ने अभी तक इजरायल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। अधिकतर मिसाइलों को इजरायल की हवाई रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया। हालांकि कुछ मिसाइलें हवाई रक्षा प्रणाली को भेदकर अंदर घुस गईं और तेल अवीव, रमत गन और मध्य इजरायल के रिशोन लीजियन के आवासीय क्षेत्रों सहित अन्य स्थानों पर जनहानि और नुकसान हुआ। कहा जा रहा है कि ईरानी मिसाइल हमलों में तीन इजरायली मारे गए और लगभग 70 अन्य घायल हो गए। इजरायल ने अब तक अपने हमलों को ईरानी परमाणु और सैन्य ठिकानों तक सीमित रखा है और उनसे जुड़े प्रमुख अधिकारियों को निशाना बनाया है।
आगे के लिए गोल्ड आउटलुक
एनालिस्ट्स मानना है कि अगर इजरायल और ईरान के बीच हालात और बिगड़ते हैं तो एमसीएक्स पर सोने का भाव 1.05 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं ग्लोबल कीमतों को लेकर गोल्डमैन सैक्स ने दोहराया है कि केंद्रीय बैंक की ओर से संरचनात्मक रूप से मजबूत खरीद से 2025 के आखिर तक सोने की कीमत 3,700 डॉलर प्रति औंस और 2026 के मध्य तक 4,000 डॉलर प्रति औंस हो जाएगी। BofA को लगता है कि अगले 12 महीनों में सोने की कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी। सोना साल 2025 में अब तक 31 प्रतिशत मजबूत हुआ है। सोने ने पिछले 20 में से 16 सालों में पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
लंबी अवधि के लिए मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के एनालिस्ट्स का मानना है कि अगले 12-15 महीनों में सोने की कीमतें 1,00,000-1,06,000 रुपये तक पहुंच सकती हैं, बशर्ते कि 88,000-90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर प्रमुख सपोर्ट लेवल बरकरार रहें।
Rahul Kalantri, Mehta Equities में कमोडिटीज के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने के लिए सपोर्ट 3,400–3,475 डॉलर प्रति औसं पर है। रेजिस्टेंस 3,455–3,480 डॉलर प्रति औंस पर है। घरेलू बाजार में सपोर्ट 97,920–97,490 रुपये प्रति 10 ग्राम और रेजिस्टेंस 99,650–1,00,640 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है।