Markets

Share Market Falls: शेयर बाजार इन 5 वजहों से क्रैश, सेंसेक्स लगभग 1000 अंक लुढ़का, निफ्टी 24900 के नीचे

Share Market Falls: शेयर बाजार इन 5 वजहों से क्रैश, सेंसेक्स लगभग 1000 अंक लुढ़का, निफ्टी 24900 के नीचे

Last Updated on June 12, 2025 15:01, PM by

Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार 12 जून को गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी अपनी शुरुआती बढ़त को गंवाकर लाल निशान में आ गए। सेंसेक्स दिन के ऊपरी स्तर से 500 अंकों से अधिक टूट गया। वहीं निफ्टी फिसलकर 25,100 के नीचे आ गया। कमजोर ग्लोबल संकेतों और इजराइल-ईरान के बीच तनाव बढ़ने की नई आशंकाओं ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर किया। सेंसेक्स ने सुबह के कारोबार में 145.9 अंकों की बढ़त के साथ 82,661.04 का उच्च स्तर छुआ। वहीं निफ्टी ने 54.8 अंकों की तेजी के साथ 25,196.20 का स्तर पाया। हालांकि थोड़ी ही देर में दोनों इंडेक्स लाल निशान में आ गए।

दोपहर 12 बजे के करीब, सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर से 539 अंक टूटकर 82,121.98 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 175.8 अंक टूटकर 25,020.40 के दिन के निचले स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी पर इंफोसिस, इटरनल, टेक महिंद्रा और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली।

मार्केट एक्सपर्ट्स ने इस गिरावट के पीछे 5 मुख्य वजहें बताई हैं-

 

1. अमेरिकी टैरिफ का फिर से खतरा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध रखने वाले देशों को अगले 1-2 हफ्तों में एकतरफा टैरिफ दरों की जानकारी देने वाले लेटर भेजने वाले हैं। यह लेटर 9 जुलाई से दोबारा ऊंचे टैरिफ दरों के लागू होने की समयसीमा से पहले भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा, “एक समय के बाद, हम अब सीधे लेटर भेजने जा रहे हैं, जिसमें कहा जाएगा कि यह एक डील है, आप चाहें तो इसे स्वीकार करें या न करें।” फिलहाल केवल ब्रिटेन के साथ ही अमेरिका एक टैरिफ फ्रेमवर्क पर पहुंचा है। इसके अलावा चीन के साथ अस्थायी टैरिफ युद्धविराम का ऐलान हुआ है।

2. पश्चिम एशिया में तनाव

ईरान पर इजरायली हमले की आशंका को लेकर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने ईराक के बगदाद स्थित अपने दूतवास से कुछ कर्मचारियों और उनके परिजनों के निकालने की मंजूरी दी है। इसके अलावा अमेरिका ने कुवैत और बहरीन के दूतावासों से भी गैर-जरूरी स्टाफ को हटाने को कहा है। ऐसी खबरें आ रही है इजराइल जल्द ही ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है और निवेशकों को यह खबरें परेशान कर रही हैं।

3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली

बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजारों से ₹446.31 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर नकारात्मक दबाव बढ़ा।

4. कमजोर ग्लोबल संकेत

अधिकतर एशियाई बाजारों में भी आज बिकवाली का माहौल रहा है। शंघाई का SSE कंपोजिट, जापान का निक्केई 225 और र हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स लगभग 1% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा अमेरिकी शेयर बाजार भी कल गिरावट के साथ बंद हुए और वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी गुरुवार सुबह लाल निशान में थे। इससे भी शेयर बाजार का सेंटीमेंट आज कमजोर रहा।

5. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी

ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की आशंकाओं के चलते बुधवार को कच्चे तेल के दामों में 4% से अधिक की तेज उछाल आई। ब्रेंट क्रूड का भाव 4.3% बढ़कर 69.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का भाव 4.9% बढ़कर $68.15 प्रति बैरल पर बंद हुआ।

एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केत स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने बताया, “मीडियम टर्म में निफ्टी का टारगेट 25,460–26,200 के दायरे में बना हुआ है। जब तक गिरावट 25,056 के नीचे नहीं जाती, तब तक तेजी के संकेत बने रहेंगे। अगर निफ्टी 24,900/863 के नीचे गिरता है तो कमजोरी के स्पष्ट संकेत मिल सकते हैं, लेकिन ट्रेंड में निर्णायक बदलाव के लिए इसका 24,640 के नीचे बंद होना जरूरी है।”

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top