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शेयर मार्केट में ‘नकली ब्रोकर’ नहीं दे सकेंगे धोखा, सेबी ने अनिवार्य किया नया UPI पेमेंट सिस्टम

शेयर मार्केट में ‘नकली ब्रोकर’ नहीं दे सकेंगे धोखा, सेबी ने अनिवार्य किया नया UPI पेमेंट सिस्टम

Last Updated on June 12, 2025 9:35, AM by

नई दिल्ली: सेबी ने अनरजिस्टर्ड संस्थाओं द्वारा निवेशकों को गुमराह कर होने वाले धोखाधड़ी की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए एक नया UPI पेमेंट सिस्टम अनिवार्य कर दिया है। यह पेमेंट का नया और सुरक्षित तरीका होगा। इसमें सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स को निवेशकों से पेमेंट लेने के लिए एक खास UPI आईडी जारी की जाएगी। नए सिस्टम की मदद से निवेशक भरोसेमंद संस्थानों, रजिस्टर्ड बिचौलियों (इंटरमीडियरीज) की पहचान कर सकेंगे।

नया UPI पेमेंट सिस्टम 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा। सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडेय ने बताया कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) 1 अक्टूबर, 2025 से लाइव हो जाएगा। पांडे ने कहा, ‘यह इनोवेटिव मैकेनिज्म एक सत्यापित और सुरक्षित पेमेंट चैनल प्रदान करके सिक्योरिटी मार्केट के भीतर वित्तीय लेनदेन की सुरक्षा पुख्ता होगी।’
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निवेशकों को चलेगा सही ब्रोकर का पता

‘सेबी चेक’ में निवेशकों को सुविधा मिलेगी कि वे QR कोड को स्कैन करके या मैन्युअल रूप से यूपीआई UPIID दर्ज करके या फिर पंजीकृत ब्रोकर के खाता नंबर और IFSC कोड डालने के बाद जान पाएंगे कि वह सही है या नहीं।

यानी निवेशक यह जान सकेंगे कि वे सही और रजिस्टर्ड कंपनी को ही पैसे भेज रहे हैं, न कि किसी धोखेबाज को। निवेशक जब किसी रजिस्टर्ड कंपनी को UPI से पैसे भेजेंगे, तो एक हरे रंग का ‘थम्स अप’ निशान दिखेगा। अगर यह निशान नहीं दिखता, तो समझ जाएं कि वह कंपनी शायद सही नहीं है।

अब रोजाना 5 लाख का लेनदेन

सेबी ने UPI के जरिए किए जाने वाले कैपिटल मार्केट लेनदेन के लिए प्रतिदिन 5 लाख रुपये तक की ऊपरी सीमा तय की है, जिसकी NPCI के परामर्श से समय-समय पर समीक्षा की जा सकती है। सेबी ने साल 2019 में पहली बार बाजार में भुगतान के तरीके के रूप में यूपीआई के इस्तेमाल की शुरुआत की थी। अभी यूपीआई से शेयर बाजार में एक दिन में 2 लाख रुपये तक का पेमेंट हो सकता है।

Jio BlackRock एडवाइजर भी

जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड को सेबी और बीएसई लिमिटेड से भारत में इन्वेस्टमेंट एडवाइजर के रूप में काम शुरू करने की रेगुलेटरी मंजूरी मिल गई है। यह जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) और ब्लैकरॉक इंक. (BlackRock) का 50:50 जॉइंट वेंचर है। इससे पहले सेबी ने जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भारत में अपने म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए निवेश प्रबंधक के रूप में परिचालन शुरू करने की 27 मई 2025 को मंजूरी दी थी।

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