Uncategorized

भारतीय बाजार की मजबूती देखकर लौटे FPI, ₹एक ही दिन में 1,009 करोड़ की खरीदारी | Zee Business

भारतीय बाजार की मजबूती देखकर लौटे FPI, ₹एक ही दिन में 1,009 करोड़ की खरीदारी | Zee Business

Last Updated on June 7, 2025 16:49, PM by

 

Stock Markets: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के लेटेस्ट प्रोविजनल डेटा के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) शुक्रवार को भारतीय शेयरों के नेट बायर बन गए और उन्होंने 1,009.7 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे. यह सकारात्मक बदलाव निवेशकों का भरोसा बढ़ने के कारण देखा गया. घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) भी लगातार 14वें सत्र के लिए सक्रिय खरीदार बने रहे और उन्होंने इक्विटी में 9,342.5 करोड़ रुपए का निवेश किया.

कारोबारी दिन का एक मुख्य आकर्षण बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का एक बड़ा लेनदेन था, जिसने ब्लॉक डील के माध्यम से बजाज फिनसर्व लिमिटेड में 2,002.2 करोड़ रुपए के शेयर बेचे. इसमें 1.04 करोड़ इक्विटी शेयर बेचना शामिल था, जो बजाज फिनसर्व की पेड-अप कैपिटल का 0.65 प्रतिशत है. इससे पहले दिन में, कंपनी के प्रमोटरों ने भी प्री-मार्केट लेनदेन में बड़ी संख्या में शेयर बेचे थे.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

रेपो रेट में कटौती से मिला बूस्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट (Repo Rate) में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर इसे 5.5% कर दिया, जिसके बाद बाजार की गतिविधियों में तेजी देखी गई. आरबीआई के इस फैसले से उधार लेना सस्ता होने और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इस सकारात्मक भावना को दर्शाते हुए बेंचमार्क इंडेक्स लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए.

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 746.95 अंक या 0.92% की तेजी के साथ 82,188.99 और निफ्टी 252.15 अंक या 1.02% की बढ़त के साथ 25,003.05 पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान दोनों सूचकांकों ने उच्च स्तर को छुआ, जिसमें निफ्टी 25,092.50 और सेंसेक्स 82,299.89 पर पहुंच गया

इटरनल लिमिटेड और श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड जैसी कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन ने इस साप्ताहिक तेजी को आगे बढ़ाने में मदद की. इस हफ्ते निफ्टी में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई और सेंसेक्स में भी लगभग 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जिससे दो हफ्ते से जारी गिरावट का सिलसिला टूट गया. विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार नियामकों और केंद्रीय बैंक द्वारा हाल ही में उठाए गए कदमों ने निवेश के माहौल को ज्यादा आकर्षक बना दिया है.

इस वजह से निवेशकों की धारणा हुई मजबूत

बीडीओ इंडिया में पार्टनर मनोज पुरोहित ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डिस्क्लोजर रूल्स की समय-सीमा बढ़ाने और कॉरपोरेट डेट में विदेशी निवेश पर प्रतिबंधों में ढील जैसे उपायों से वैश्विक निवेशकों में विश्वास पैदा हो रहा है.

पुरोहित ने कहा, इन कदमों को इक्विटी और बॉन्ड बाजारों दोनों के लिए सकारात्मक माना जा रहा है. वैश्विक व्यापार की स्थिति में सुधार होने और भारत द्वारा सॉलिड इकोनॉमिक फंडामेंटल की पेशकश जारी रहने के कारण निवेशकों की धारणा में उत्साह बना हुआ है.

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top