Last Updated on June 4, 2025 15:55, PM by
नई दिल्ली: सरकारी कंपनी कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard Ltd) के शेयर इस समय गदर मचा रहे हैं। इस शेयर ने निवेशकों के ऊपर पैसों की बारिश कर दी है। मात्र दो साल में इसने निवेश को 7 गुना कर दिया है। यही नहीं, आज बुधवार को भी इस शेयर में जबरदस्त तेजी आई।
कोचीन शिपयार्ड का शेयर मंगलवार को 2034.65 रुपये पर बंद हुआ था। बुधवार को यह तेजी के साथ 2060.50 रुपये पर खुला। कुछ ही देर में इसमें जबरदस्त उछाल आया और यह करीब 7 फीसदी बढ़कर 2175 रुपये पर पहुंच गया। एनएसई पर शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। करीब 85.23 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिसकी कीमत 1,810.7 करोड़ रुपये थी। हालांकि बाद में इसकी कीमत में कुछ गिरावट आई। दोपहर दो बजे यह शेयर 3.22 फीसदी की तेजी के साथ के साथ 2100.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
दो साल में धमाकेदार रिटर्न
इस शेयर ने निवेशकों को बहुत अच्छा रिटर्न दिया है। पिछले दो सालों में यह लगभग 737% बढ़ा है। पिछले तीन सालों में 1178% और पिछले पांच सालों में 1649% की वृद्धि हुई है। कोचीन शिपयार्ड का मार्केट कैप फिलहाल 55,272 करोड़ रुपये है। 31 मार्च 2025 तक कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 67.9% है। विदेशी निवेशकों (FIIs) के पास 2.9%, म्यूचुअल फंडों के पास 3.4% और आम जनता के पास 22.4% हिस्सेदारी है।
अगर आपने दो साल पहले इसके एक लाख रुपये के शेयर खरीदे होते तो उनकी वैल्यू आज 8.37 लाख रुपये होती। यानी आपको एक लाख रुपये के निवेश पर दो साल में 7.37 लाख रुपये का फायदा हो चुका होता।
कैसा रहा चौथी तिमाही में प्रदर्शन?
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कोचीन शिपयार्ड का शुद्ध लाभ 10.8% बढ़कर 287 करोड़ रुपये हो गया। इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 37% बढ़कर 1,758 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, EBITDA 7.6% गिरकर 266 करोड़ रुपये हो गया। मार्जिन 730 बेसिस पॉइंट्स घटकर 15.10% पर आ गया, जो पिछले साल 22.40% था। बता दें कि EBITDA का मतलब है ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई।
क्या है शेयर का टारगेट प्राइस?
Trendlyne के अनुसार, इस शेयर का औसत टारगेट प्राइस 1,349 रुपये है। इसका मतलब है कि मौजूदा कीमत से 36% की गिरावट आ सकती है। तीन विश्लेषकों ने इस शेयर को ‘होल्ड’ करने की सलाह दी है।
इस कंपनी की स्थापना साल 1972 में हुई थी। यह सभी प्रकार के जहाजों के निर्माण, उनकी मरम्मत और रिफिटिंग आदि का काम करती है। इसने भारत के बाहर विभिन्न ग्राहकों को करीब 45 जहाजों का निर्यात किया है। कंपनी को मिनीरत्न का दर्जा प्राप्त है।