Last Updated on June 1, 2025 8:57, AM by
Muthoot Finance Stock Price: 30 मई को गोल्ड लोन एनबीएफसी मुथूट फाइनेंस के शेयरों को लेकर निवेशकों में जबरदस्त दिलचस्पी देखने को मिली। खरीद बढ़ने से शेयर की कीमत बीएसई पर 8.5 प्रतिशत तक उछली और 2241.75 रुपये के हाई तक गई। केवल मुथूट फाइनेंस ही नहीं बल्कि दूसरी गोल्ड लोन एनबीएफसीज जैसे कि मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में भी तेजी है।
दरअसल वित्त मंत्रालय ने कहा है कि उसने सोना गिरवी रखकर कर्ज लेने वालों के हितों की रक्षा के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के विवेकपूर्ण मानदंडों और तौर-तरीकों से संबंधित दिशानिर्देशों पर गौर किया है। साथ ही 2 लाख रुपये तक के छोटे कर्जदारों को प्रस्तावित नियमों के प्रावधानों से बाहर रखने का सुझाव दिया है। आरबीआई ने इन दिशानिर्देशों का ड्राफ्ट 9 अप्रैल को जारी किया था। इसमें कर्ज देने वालों से ऐसे डेट इंस्ट्रूमेंट्स से जुड़े डॉक्युमेंट्स को लेकर समानता बरतने का आग्रह किया गया है।
क्या है आरबीआई के ड्राफ्ट में
आरबीआई ने ड्राफ्ट में कहा था कि कर्ज देने वालों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गिरवी रखे जाने वाली गोल्ड ज्वैलरी की शुद्धता, उसके वजन (ग्रॉस और नेट) आदि की जांच के लिए एक स्टैंडर्ड प्रोसेस अपनाया जाए। यह प्रोसेस लेंडर की सभी शाखाओं में एकसमान रूप से अपनाई जानी चाहिए। निर्धारित सभी प्रक्रियाओं की डिटेल ग्राहकों की जानकारी के लिए लेंडर्स की वेबसाइट पर जारी की जाए।
यह भी प्रस्ताव किया गया कि सोने के बदले में दिए जाने वाले सभी कर्जों का लोन-टू-वैल्यू रेशियो सोने की वैल्यू के 75 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा। ऋण समझौते में सिक्योरिटी के रूप में ली गई गोल्ड ज्वैलरी की डिटेल, उसकी वैल्यू, नीलामी प्रक्रिया की डिटेल और उसकी नीलामी के लिए परिस्थितियां, नीलामी आयोजित होने से पहले कर्ज के रिपेमेंट/निपटान के लिए बॉरोअर को दी जाने वाली नोटिस अवधि की डिटेल शामिल होने चाहिए। अशिक्षित बॉरोअर को लेंडर द्वारा गवाह की मौजूदगी में महत्वपूर्ण नियम व शर्तें समझाई जानी चाहिए।
छोटे बॉरोअर्स को नहीं होनी चाहिए दिक्कत
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि सोना गिरवी रखकर कर्ज लेने वालों की हितों की रक्षा करने के लिए आरबीआई की ओर से जारी ड्राफ्ट निर्देशों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के गाइडेंस में वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने गौर किया है। डीएफएस ने केंद्रीय बैंक को सुझाव दिए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छोटे गोल्ड लोन बॉरोअर्स की जरूरतों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, यानि कि 2 लाख रुपये तक का कर्ज लेने वाले छोटे कर्जदारों को नए निर्देशों से दिक्कत न हो। इसके लिए उन्हें प्रस्तावित निर्देशों की शर्तों से बाहर रखा जा सकता है। डीएफएस ने यह भी कहा है कि ऐसे दिशानिर्देशों को क्षेत्रीय स्तर पर लागू करने के लिए वक्त चाहिए होगा। इसलिए इन्हें 1 जनवरी 2026 से ही लागू करना ठीक हो सकता है।
6 महीनों में 15 प्रतिशत उछला मुथूट फाइनेंस का शेयर
कंपनी का मार्केट कैप 88900 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। मुथूट फाइनेंस का शेयर पिछले 6 महीनों में 15 प्रतिशत की तेजी देख चुका है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 73.35 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। दूसरी ओर मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में 30 मई को 4.4 प्रतिशत तक की तेजी दिखी और बीएसई पर कीमत 242.15 रुपये के हाई तक चली गई। मार्केट कैप 20200 करोड़ रुपये है। शेयर 3 महीनों में लगभग 20 प्रतिशत चढ़ा है।