Last Updated on May 19, 2025 3:18, AM by Pawan
भारत की प्रमुख सीमेंट कंपनियों ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में ठोस बिक्री प्रदर्शन दर्ज किया है, जिससे आगामी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. अल्ट्राटेक, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी, श्री सीमेंट्स और डालमिया भारत जैसी कंपनियों ने बताया कि उन्होंने इस तिमाही में साल-दर-साल 3.5% से लेकर 10% तक की बिक्री वृद्धि दर्ज की है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
इन कंपनियों के अनुसार, यह वृद्धि मुख्य रूप से सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर बढ़ते खर्च और ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में सुधार के चलते हुई है. कंपनियों ने आने वाले वित्त वर्ष (FY26) में भी 7% से 7.5% की ग्रोथ दर बनाए रखने का लक्ष्य रखा है.
हालांकि, इस बढ़ती बिक्री के बावजूद, इन कंपनियों को आय के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. मार्च 2025 में सीमेंट की औसत कीमत ₹350 प्रति बोरी (50 किलोग्राम) रही, जो कि पूरे FY25 में घटकर ₹340 प्रति बोरी हो गई. FY24 में यह औसत ₹365 प्रति बोरी थी, यानी 7% की सालाना गिरावट दर्ज की गई.
रेटिंग एजेंसी को है भरोसा
रेटिंग एजेंसी ICRA के अनुसार, FY26 में परिचालन मार्जिन में सुधार की संभावना है, क्योंकि कंपनियों को सीमेंट की कीमतों में हल्की बढ़त और कच्चे माल की लागत में स्थिरता का लाभ मिलेगा. हालांकि, कंपनियों ने भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक व्यापार माहौल में अस्थिरता को लेकर सतर्कता बरतने की बात भी कही है.
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार का पूंजीगत खर्च ऐसे ही जारी रहा और ग्रामीण बाजारों से मांग मजबूत बनी रही, तो सीमेंट सेक्टर को FY26 में अच्छा सपोर्ट मिल सकता है. साथ ही, यदि कंपनियां कीमतें नियंत्रित रखते हुए वॉल्यूम ग्रोथ जारी रखती हैं, तो यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है.