Last Updated on May 18, 2025 15:24, PM by Pawan
नई दिल्ली: विदेशी निवेशक (FIIs) भारतीय शेयर बाजार में फिर से लौट रहे हैं और जमकर खरीदारी कर रहे हैं। 16 मई 2025 तक उन्होंने 23,778 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। अप्रैल में विदेशी निवेशकों ने अपनी रणनीति बदली थी। उन्होंने पहले शेयर बेचे थे, लेकिन अप्रैल में 4,243 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार ने यह जानकारी दी। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक उन्होंने बताया कि साल 2025 की दूसरी तिमाही में विदेशी निवेशकों का रवैया बदल गया है। डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, ‘विदेशी निवेशक जो 2025 के पहले तीन महीनों में विक्रेता थे, उन्होंने इस दौरान 116,574 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे। अप्रैल में 4,243 करोड़ रुपये की खरीद के साथ खरीदार बन गए
मई में तेज हुई खरीदारी
विजयकुमार के अनुसार मई में खरीदारी की गति और तेज हो गई है। इसकी वजह भू-राजनीतिक तनाव कम होना और आर्थिक स्थिति स्थिर होना है। उन्होंने आगे कहा कि विदेशी निवेशकों की बिक्री से खरीदारी की रणनीति में यह बदलाव मई में और तेज हो गया। 16 मई तक 23,778 करोड़ रुपये की बड़ी खरीदारी हुई।
खरीदारी में तेजी के कारण
यह निवेश ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर में व्यापारिक रिश्ते सुधर रहे हैं। खासकर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध रुकने और भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव कम होने के बाद।
विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर रुकने और भारत-पाक संघर्ष के अंत के बाद वैश्विक व्यापार परिदृश्य में सुधार हुआ है। इससे निवेश करने में तेजी आई है। यानी दुनियाभर में व्यापार बेहतर होने से निवेश भी बढ़ रहा है।
अमेरिका-चीन के लिए मुश्किलें
अमेरिका, चीन, जापान और यूरोपीय संघ जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मुश्किलें हैं। लेकिन भारत के विकास की उम्मीदें मजबूत हैं। अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की विकास दर 6% से ऊपर रहेगी। भारत में महंगाई कम है और ब्याज दरें भी कम हो सकती हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।