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शेयर बाजार की इन 4 वजहों से धमाकेदार वापसी, सेंसेक्स 1400 अंक उछला, निफ्टी पहुंचा 25000 के पार

शेयर बाजार की इन 4 वजहों से धमाकेदार वापसी, सेंसेक्स 1400 अंक उछला, निफ्टी पहुंचा 25000 के पार

Last Updated on May 15, 2025 16:31, PM by

Share Market Rally: भारतीय शेयर बाजारों में आज 15 मई को तेज उठापटक देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद बाजार ने तेजी से वापसी की। सेंसेक्स ने करीब 1,400 अंकों की उड़ान भरी। वहीं निफ्टी वापस 25,000 के स्तर के पार पहुंच गया। मेटल, ऑटो, आईटी और रियल्टी सेक्टर की कंपनियों में जमकर खरीदारी देखने को मिली। मजबूत ग्लोबल संकेत और भारत-अमेरिका के बीच जल्द ट्रेड डील की उम्मीदों से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ। सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।

दोपहर 3 बजे के करीब, सेंसेक्स 1,387.58 अंक या 1.7 फीसदी की बढ़त के साथ 82,718.14 अंक पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 442.45 अंकों की छलांग लगाकर 25,109.35 के स्तर पर पहुंच गया था।

शेयर बाजार में इस तेजी के पीछे 4 मुख्य वजहें रहीं-

 

1. भारत-अमेरिका के बीच जल्द ट्रेड समझौता होने की उम्मीद

शेयर बाजार में तेजी की सबसे मुख्य वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बयान रहा। ट्रंप ने बताया कि भारत ने अमेरिका को ‘बिना कोई टैरिफ वाला’ एक ट्रेड डील की पेशकश की है। ट्रंप ने यह बयान कतर की राजधानी दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ एक बैठक के दौरान कही। ट्रंप ने कहा, “भारत के बाजार में कुछ भी बेचना काफी मुश्किल काम है। लेकिन वे हमें अब एक ऐसा सौदा ऑफर कर रहे हैं, जिसमें वे एक तरह से हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं।” न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने ट्रंप के इस बयान को कोट किया था। इस बयान के आते ही शेयर बाजार का निवेशकों का मनोबल ऊंचा हो गया, जिसके बाद बाजार में तेज खरादीरी देखने को मिली। निवेशकों अब इस बयान के बाद भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील के जल्द ही ऐलान की उम्मीद कर रहे हैं।

ट्रंप ने अप्रैल में भारत समेत कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। भारतीय सामानों पर पर अमेरिका ने 26 फीसदी का टैरिफ लगाया था। हालांकि बाद में उसने इस सभी टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी। भारत और अमेरिकी की सरकार इस बीच लगातार बातचीत में लगी है और अब बाजार उम्मीद कर रहा है कि इन दोनों देशों के बीच इस 90 दिनों की अवधि के भीतर ही ट्रेड डील फाइनल हो जाएगा।

2. क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट

फ्यूचर्स ट्रेड में क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आई है। ग्लोबल मार्केट्स में कमजोर मांग के संकेतों के बीच गुरुवार को कच्चे तेल का वायदा भाव 137 रुपये गिरकर 5,264 रुपये प्रति बैरल पर आ गया। तेल की कीमतों में गिरावट को भारतीय इकोनॉमी के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि भारतीय अपनी जरूरत का लगभग 75% से 80% क्रूड ऑयल विदेशों से खरीदता है।

3. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद

रियल्टी और मेटल सेक्टर की कंपनियों में आज ब्याज दरों की कटौती की उम्मीद से तेजी देखने को मिली। अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.16 फीसदी पर आ गई, जो आरबीआई की ओर से तय किए 4 फीसदी के लक्ष्य से काफी कम है। इससे पहले मार्च में भी खुदरा महंगाई दर 3.34 फीसदी रही थी। महंगाई दर के अनुमानों से अधिक कम रहने से अब यह उम्मीद बढ़ रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक अगले महीने जून में होने वाली बैठक के दौरान एक बार फिर रेपो रेट में कटौती कर सकता है।

4. विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार खरीदारी

विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं, जिससे तेजी को सपोर्ट मिला है। बुधवार को भी विदेशी निवेशकों ने 931.80 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं मई महीने में अबतक उन्होंने करीब 9,558.65 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की है। इन सब कारणों से शेयर बाजार में तेजी को सपोर्ट मिला है।

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