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चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर 13% चढ़ा: जनवरी-मार्च में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट हुआ, सोलर एनर्जी का ऑर्डर भी मिला

चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर 13% चढ़ा:  जनवरी-मार्च में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट हुआ, सोलर एनर्जी का ऑर्डर भी मिला

 

चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर के शेयर में आज यानी, सोमवार 12 मई को 13% की तेजी है। ये 4.95 रुपए चढ़कर 43.60 रुपए पर कारोबार कर रहा है।

 

सब्सिडियरी कंपनी को सोलर एनर्जी ऑर्डर मिला

रिलायंस पावर ने 12 मई को घोषणा की कि उसकी सहायक कंपनी रिलायंस एनयू एनर्जीज ने SJVN की टैरिफ आधारित कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस में सबसे बड़ा अलॉकेशन जीता है।

कंपनी को 350 मेगावाट सौर उत्पादन क्षमता के साथ 175 मेगावाट/700 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरज सिस्टम का आवंटन हासिल हुआ है।

न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में कंपनी की लीडरशिप मजबूत होगी

एक बार चालू होने के बाद, यह प्लेटफॉर्म रिलायंस पावर के पोर्टफोलियो में 600 MWp की स्थापित सौर पीवी क्षमता और 700 MWh ऊर्जा भंडारण क्षमता जोड़ेगा। इससे न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में इसकी लीडरशिप मजबूत होगी।

कंपनी की कुल क्लीन एनर्जी पाइपलाइन अब 2.5 GWp सोलर और >2.5 GWhr BESS पर है। इससे यह इंटीग्रेटेड सोलर + BESS सेगमेंट में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।

BESS यानी, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स एक ऐसी तकनीक है जो एनर्जी को स्टोर करने और रिलीज करने के लिए बैटरी का उपयोग करती है।

इसे सोलर या विंड जैसे रिन्यूएबल सोर्सेज से बिजली संग्रहीत करने और फिर आवश्यकता पड़ने पर उसे रिलीज करने के लिए डिजाइन किया गया है।

रिलायंस पावर को चौथी तिमाही में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट

कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए ₹126 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को ₹397.56 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। खर्चों में आई कमी की वजह से कंपनी का प्रॉफिट बढ़ा है।

तिमाही के दौरान कुल आय पिछले साल की समान अवधि के 2,193.85 करोड़ रुपए की तुलना में घटकर 2,066 करोड़ रुपए रह गई। फिर भी, कुल व्यय में 2,615.15 करोड़ रुपए से 1,998.49 करोड़ रुपए की भारी कमी ने प्रॉफिट में आने में कंपनी की मदद की।

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