Last Updated on May 7, 2025 9:55, AM by
Stock Market Down: भारतीय शेयर बाजारों ने आज 6 मई को कारोबार की शुरुआत हरे निशान में की, लेकिन बाद में वे लाल निशान में फिसल गए। निवेशकों की नजर अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों से जुड़ी बैठक और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर रही, जिसके चलते वे बड़ा दांव लगाने से बचते हुए दिखे। सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से करीब 471.43 अंक गिरकर 80,510.15 के इंट्राडे लो तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी भी 24,400 के अहम स्तर के नीचे फिसलकर 24,356.75 पर आ गया। सबसे अधिक गिरावट फार्मा और फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों में देखने को मिली। निफ्टी पर अदाणी एंटरप्राइजेज, SBI लाइफ इंश्योरेंस, HDFC लाइफ, ETERNAL और NTPC जैसी कंपनियों के शेयर टॉप लूजर्स में रहे।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 5 मुख्य वजहें रहीं-
1. भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद से नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार तनाव का माहौल बना हुआ है, जिससे निवेशकों में बेचैनी बनी हुई है। पाकिस्तानी सेना ने कथित तौर पर लगातार 12वीं रात संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने गोलीबारी से जवाब दिया। इस बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को “नए और जटिल खतरों” को देखते हुए बुधवार 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार ने कहा, “भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर अनिश्चितता के कारण निकट भविष्य में बाजार सीमित दायरे में रह सकता है।”
2. अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक की बैठक
मार्केट पार्टिसिपेंट्स ने अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक से पहले सतर्क रुख अपनाया। यह बैठक बुधवार रात भारतीय समयानुसार होगी। अधिकतर एनालिस्ट्स का मानना है कि ब्याज दरें 4.25 से 4.5% पर स्थिर रहेंगी। हालांकि उनकी असली ध्यान फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयानों पर होगा, जिसमें वे भविष्य में ब्याज दरों की कटौती और महंगाई दर के अनुमानों को लेकर संकेत देंगे।
3. अमेरिका-चीन व्यापार तनाव
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत अब भी ठंडी पड़ी है। अमुंडी एशिया के सीनियर इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट,ऐडन याओ ने रॉयटर्स को बताया, “निवेशकों दोनों देशों के बीच बातचीत का कोई समाधान निकलने की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल इस पर कोई प्रगति होती नहीं दिख रही है। दोनों ही पक्ष समझौता करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।”
4. कमजोर ग्लोबल संकेत
हालांकि एशियाई बाजारों में शंघाई और हांगकांग में तेजी देखी गई, लेकिन अमेरिकी बाजार लगातार नौ कारोबारी दिनों की तेजी के बाद सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। रिलायंस सिक्योरिटीज के विकास जैन ने कहा, “अमेरिकी शेयर बाजारों में मुनाफावसूली और फेडरल रिजर्व की बैठक को लेकर सतर्कता का असर ग्लोबल निवेशकों पर दिखा।”
5. फार्मा शेयरों पर दबाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में फार्मा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए एक एग्जिक्यूटिव आदेश जारी किया है। इसके चलते भारतीय फार्मा कंपनियों को नुकसान की आशंका है, जिनकी अमेरिका के दवा बाजार में बड़ी हिस्सेदारी है। इसके चलते फार्मा कंपनियों के शेयरों में आज गिरावट देखने को मिली।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने कहा, “इंट्राडे चार्ट में लंबी अपर विक दिख रही है, जो यह दिखाती है कि ट्रेडर ऊंचे स्तरों पर खरीदारी से बच रहे हैं।” उन्होंने बताया, “अब हम Nifty का अपसाइड टारगेट 24,770–24,850 तक सीमित कर रहे हैं, वहीं इसे सपोर्ट 24,400–24,350 के स्तर पर दिख रहा है। अगर Nifty 24,280 से नीचे गिरता है तो फिर बाजार फिसलकर 23,670–23,460 की ओर भी जा सकता है। हालांकि यह हमारा बेस केस नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।”