Crude oil prices: कच्चे तेल की कीमतों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है। ब्रेंट का भाव एक बार फिर 63 डॉलर के पार निकल गया है। बाजार आगे भी कीमतों में तेजी जारी रहने की उम्मीद कर रहा है। WTI में $59 के ऊपर कारोबार कर रहा है। वहीं MCX पर भी कच्चे तेल के दाम 5000 के पार निकले है। 2 दिनों में करीब 4% की तेजी आई।
दरअसल, US में शेल प्रोडक्शन में गिरावट आई है। US का रिजर्व अनुमान से ज्यादा गिरा है। 1 हफ्ते में SPR 4.5 मिलियन बैरल गिरा है। यूरोप और चीन की बढ़ती मांग से कच्चे तेल की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। छुट्टियों से पहले चीन में क्रूड की मांग बढ़ी है। बाजार की ट्रंप टैरिफ पर नजर बनी हुई है। बाजार को US-चीन में बात बनने की उम्मीद है।
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा का कहना है कि सऊदी अरब ने कहा था कि प्रोडक्शन बढ़ाएंगे और ओपेक देश भी प्रोडक्शन बढ़ाएगा। जिसके बाद बाजार को लगा कि डिमांड में कम हो रही है उसके बावजूद प्रोडक्शन बढ़ रहा है लिहाजा कच्चे तेल की कीमतें नीचे जाने लगी। लेकिन अब उन्होंने एशियन बायर्स के लिए कीमतें बढ़ा दी। मेरा मानना है कि सऊदी अरब कच्चे तेल की कीमतों को 65-70 डॉलर के आसपास लेकर चलती रहेगी।
बेस मेटल्स की कीमतों में उछाल
इस बीच बेस मेटल्स की कीमतों में बढ़त देखने को मिल रही है। 1 हफ्ते में कॉपर की कीमतों में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है जबकि जिंक में दबाव देखने को मिल रहा है। इस बीच 1 महीने में कॉपर की कीमते 5 फीसदी चढ़ी है जबकि जिंक में 1 फीसदी की गिरावट आई है।
वहीं इंटरनेशनल मार्केट में कॉपर की कीमत 1 हफ्ते में 2 फीसदी, स्टील, आयरन ओर में 1 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है जबकि जिंक, निकेल में 2 फीसदी का उछाल आया है। वहीं टिन में 0.23 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
इस बीच 1 महीने में कॉपर में 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है जबकि स्टील में 1 फीसदी, आयरन ओर में 3 फीसदी, लेड में 3 फीसदी, एल्युमिनियम में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जिंक में 2 फीसदी और निकेल में 11 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
