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Arunaya Organics IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, फिर भी आईपीओ निवेशक 45% के भारी घाटे में

Arunaya Organics IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, फिर भी आईपीओ निवेशक 45% के भारी घाटे में

Last Updated on May 7, 2025 10:50, AM by

Arunaya Organics IPO Listing: हाई-क्वालिटी के केमिकल प्रोडक्ट्स बनाने वाली अरुणाय ऑर्गेनिक्स के शेयरों की आज NSE SME पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। इसकी लिस्टिंग ऐसे समय में हुई है, जब पहलगाम आतंकी हमले के बदले की कार्रवाई में भारतीय सेना के तीनों अंगों ने मिलकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया है और पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला किया। अरुणाय ऑर्गेनिक्स के आईपीओ की बात करें तो इसे ओवरऑल ढाई गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 58 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं।

आज NSE SME पर इसकी 30.10 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर 48.10 फीसदी पूंजी ही घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर यह 31.60 रुपये (Arunaya Organics Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया लेकिन आईपीओ निवेशक अभी भी 45.52 फीसदी घाटे में हैं।

Arunaya Organics IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

 

अरुणाय ऑर्गेनिक्स का ₹33.99 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 अप्रैल से 2 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 2.53 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.01 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.49 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.33 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 30.51 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 6 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 11.79 करोड़ रुपये नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने और 9 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

Arunaya Organics के बारे में

वर्ष 2010 में बनी अरुणाय ऑर्गेनिक्स स्पेशल्टी डाई और इंटरमीडियरीज बनाती है और इन्हें निर्यात करती है। कंपनी टेक्सटाइल्स, पेंट्स, प्लास्टिक्स, माइनिंग और फूड प्रोसेसिंग जैसी इंडस्ट्रीज के लिए हाई-क्वालिटी के केमिकल प्रोडक्ट्स बनाती है। इसकी प्रोडक्शन फैसिलिटी गुजरात के अहमदाबाद के नरोदा में है जिसकी सालाना क्षमता करीब 30 टन की है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 1.33 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 1.73 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 4.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू में उतार-चढ़ाव रहा। वित्त वर्ष 2022 में इसे 62.26 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 76.37 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 62.79 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 3.6 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 58.21 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।

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