Last Updated on May 2, 2025 10:46, AM by
Forex Market : शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 39 पैसे मजबूत होकर 84.09 प्रति डॉलर पर खुला। उसके बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 0.85 फीसदी मजबूत होकर 83.78 पर पहुंच गया, जो सात महीनों का सबसे मजबूत स्तर है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को भारतीय रुपए ने नवंबर 2024 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर क्लोजिंग की थी।
इंडिया फॉरेक्स एसेट मैनेजमेंट के फाउंडर और सीईओ अभिषेक गोयनका का कहना है कि “एफपीआई डॉलर की बिक्री के कारण USDINR जोड़ी ने हाल ही में 84.95 का निचला स्तर तोड़ दिया और उसके बाद कुछ स्टॉप ट्रिगर हुए। इसके अलावा,ऐसा लगता है कि RBI बहुत तेजी से डॉलर नहीं खरीद रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आरबीआई की नई व्यवस्था में वोलैटिलिटी लौट आई है। इंट्राडे रेंज जो पहले मुश्किल से 5-10 पैसे हुआ करती थी,अब बढ़कर 30-60 पैसे हो गई है। इससे यह पता चलता है कि सिस्टम रुपये को अधिक स्वतंत्र रूप से चलने देने के लिए तैयार है।”
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 0.25 फीसदी गिरकर 99.81 पर आ गया है,ब्रेंट क्रूड ने लंबे समय से चली आ रही गिरावट से बाहर आ गया है। शुक्रवार को सुबह 9:10 बजे तक ब्रेंट क्रूड 0.49 फीसदी बढ़कर 62.62 नजर आ रहा था।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त हुई है। इससे वीकली गिरावट में काफी कमी आई है। अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ता और ओपेक+ से तेल की सप्लाई बढ़ने के साथ ही ईरानी तेल निर्यात पर नए प्रतिबंधों जैसे तमाम बातों की बाजार की नजरें टिकी हुई हैं। आईएफए ग्लोबल के सीईओ के मुताबिक आज रुपए की ट्रेडिंग रेंज 84.45-84.80 के बीच रह सकती। डॉलर के मुकाबले रुपया आज इसी रेंज के भीतर ऊपर-नीचे होता रहेगा।
ब्लूमबर्ग की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल की भू-राजनीतिक चिंताओं को दरकिनार करते हुए रुपया पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। साथ ही, बुधवार को भारतीय मुद्रा ने अधिकांश एशियाई मुद्राओं की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने की संभावना, इस महीने भारतीय बाजार में आई तेजी, नए सिरे से हो रहे विदेशी निवेश और डॉलर की कमजोरी से रुपए को सपोर्ट मिला है