Last Updated on May 1, 2025 22:17, PM by Pawan
अदाणी एंटरप्राइजेज का शुद्ध लाभ सात गुना से ज्यादा बढ़ा है। बीते वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च तिमाही) में असाधारण मद में वृद्धि के कारण मुनाफा बढ़ा है। समीक्षाधीन तिमाही में समूह का शुद्ध लाभ 3,844.91 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 450.58 करोड़ रुपये था। अदाणी विल्मर (एडब्ल्यूएल) में 13.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने से 3,945.73 करोड़ रुपये का असाधारण लाभ दर्ज किया गया।
अदाणी समूह की प्रमुख फर्म की कुल आमदनी पहली बार 2.1 फीसदी बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई, यह पूरे वित्त वर्ष 2025 के दौरान 1,00,365 करोड़ रुपये रही। इन्क्यूबेटिंग कारोबार में वृद्धि से कंपनी की आमदनी को बल मिला है।
इसके अलावा अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने निजी निवेश, पात्र संस्थागत निवेश, तरजीही निर्गम आदि के जरिये 15,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की अपनी योजना की भी घोषणा की है।
मगर बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी की परिचालन से आय एक साल पहले के मुकाबले 7.5 फीसदी घटकर 26,965.86 करोड़ रुपये रही। अन्य आय 41.2 फीसदी बढ़कर 635.78 करोड़ रुपये रही। अदाणी समूह के गौतम अदाणी ने अपने बयान में कहा है, ‘जैसे-जैसे हम ऊर्जा परिवर्तन, हवाई अड्डों, डेटा सेंटर और खनन सेवाओं में आगे बढ़ रहे हैं, हम बाजार के नए दिग्गज तैयार कर रहे हैं जो आने वाले दशकों में भारत की विकास गाथा को आगे बढ़ाएंगे।’ समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का एबिटा (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) 4,346 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 19 फीसदी अधिक है। कंपनी ने कहा कि यह इनक्यूबेटिंग व्यवसायों द्वारा मजबूत प्रदर्शन के कारण संभव हुआ। स्थापित व्यवसायों के एबिटा पर आईआरएम कारोबार में कम मात्रा के कारण असर पड़ा, जिसकी थोड़ी सी भरपाई खनन सेवाओं के प्रदर्शन से हुई।
अदाणी पोर्ट के लाभ में आई 47.8 प्रतिशत की उछाल
अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान अपने लाभ में पिछले साल की तुलना में 47.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। कंपनी संचालित कार्गो वॉल्यूम में सुधार के कारण यह संभव हुआ है। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का लाभ 3,014.22 करोड़ रुपये रहा जो ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के 2,662.1 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा। इस बीच कार्गो वॉल्यूम पिछले साल की तुलना में आठ प्रतिशत बढ़कर 11.79 करोड़ टन हो गया। कंटेनर कार्गो में वृद्धि की बदौलत ऐसा हुआ। वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान परिचालन से ऐपीएसईजेड का राजस्व पिछले साल के मुकाबले 23.1 प्रतिशत बढ़कर 8,488.44 करोड़ रुपये हो गया जो 8,094.4 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक है। कंपनी का कुल खर्च भी सालाना आधार पर 20.93 फीसदी बढ़कर 5,382.13 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान एबिटा सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 5,006 करोड़ रुपये हो गया जो 4,840.4 करोड़ रुपये के अनुमानित एबिटा से काफी अधिक है। एपीएसईजेड का अंतरराष्ट्रीय कार्गो वॉल्यूम पिछले साल के मुकाबले 149 प्रतिशत तक बढ़कर 60 लाख टन हो गया। वित्त वर्ष 25 में कंपनी का लाभ 36.8 प्रतिशत बढ़कर 11,092.31 करोड़ रुपये हो गया। इसे भी कंटेनर कार्गो में इजाफे (पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक) से बढ़ावा मिला। इस बीच राजस्व पिछले साल के मुकाबले 14.1 प्रतिशत बढ़कर 30,475.33 करोड़ रुपये हो गया। इसी दौरान एपीएसईजेड का एबिटा 19,025 करोड़ रुपये रहा।
कॉग्निजेंट की शुद्ध आय 21.4 प्रतिशत बढ़ी
आईटी सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कॉग्निजेंट ने अपने पूरे साल की राजस्व वृद्धि के अनुमान को स्थिर मुद्रा के आधार पर 3.5 प्रतिशत से 6 प्रतिशत के स्तर पर अपरिवर्तित रखा है। हालांकि अमेरिकी टैरिफ युद्ध परिदृश्य के बाद उद्योग व्यापक आर्थिक माहौल को लेकर सतर्क हो गया है।
नैस्डैक पर सूचीबद्ध कंपनी ने यह भी कहा कि वह बीएफएसआई श्रेणी में गैर-जरूरी खर्च में सुधार, ग्राहक पारिस्थितिकी तंत्र के बीच एआई के अगुआई वाले परिवर्तन और विकास के बाहरी संचालकों की बदौलत विकास को लेकर आश्वस्त है। अलबत्ता कंपनी ने स्थिर मुद्रा के आधार पर दूसरी तिमाही के राजस्व में 5 से 6.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो पिछली तिमाही के मुकाबले ऋणात्मक एक (-1) प्रतिशत से लेकर धनात्मक पांच प्रतिशत की वृद्धि बताता है।
सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कॉग्निजेंट ने कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही के दौरान 66.3 करोड़ डॉलर की शुद्ध आय दर्ज की है जो कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली तिमाही में दर्ज 54.6 करोड़ डॉलर की शुद्ध आय के मुकाबले 21.4 प्रतिशत का इजाफा है।
कैलेंडर वर्ष 25 की पहली तिमाही के दौरान राजस्व स्थिर मुद्रा के आधार पर पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 8.2 प्रतिशत बढ़कर 5.1 अरब डॉलर हो गया। कंपनी 5.1 अरब डॉलर के अपने राजस्व अनुमान को पूरा करने में कामयाब रही। साल 2025 की राजस्व वृद्धि में बेलकैन के अधिग्रहण ने पिछले साल के मुकाबले लगभग 400 आधार अंकों का योगदान किया। आईटी सेवा क्षेत्र की अन्य भारतीय कंपनियों के विपरीत कॉग्निजेंट कैलेंडर वर्ष यानी जनवरी से दिसंबर की अवधि को वित्त वर्ष मानती है।
सुंदरम फास्टनर्स को 134.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ
मोटर वाहन घटक बनाने वाली सुंदरम फास्टनर्स लिमिटेड का एकल शुद्ध लाभ जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में 134.37 करोड़ रुपये रहा। कंपनी को पिछले साल इसी अवधि में 132.54 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही में एकल कुल आय 1,362.09 करोड़ रुपये रही। उसका राजस्व 5,983.74 करोड़ रुपये और कर पूर्व आय 972.46 करोड़ रुपये रही। घरेलू बिक्री 900.42 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 846.26 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 409.62 करोड़ रुपये का निर्यात दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 385.28 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 4.20 रुपये प्रति शेयर (420 प्रतिशत) का दूसरा अंतरिम लाभांश घोषित किया है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पहले अंतरिम लाभांश सहित कुल लाभांश 7.20 रुपये प्रति शेयर (720 प्रतिशत) होगा। वित्तीय प्रदर्शन पर कंपनी की प्रबंध निदेशक आरती कृष्णा ने कहा, ‘हमने मजबूत वित्तीय अनुशासन व सकारात्मक नकदी संतुलन बनाए रखते हुए तथा गुणवत्ता प्रबंधन एवं स्वचालन में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाते हुए 134.37 करोड़ रुपये का अब तक का किसी तिमाही का सर्वाधिक कर-पूर्व लाभ दर्ज किया।’ सुंदरम फास्टनर्स लिमिटेड का समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में शुद्ध लाभ 517.01 करोड़ रुपये रहा।
