Last Updated on April 26, 2025 19:08, PM by Pawan
मारुति सुजुकी के चौथी तिमाही के नतीजे मिलेजुले रहे। कंपनी के रेवेन्यू में इजाफा हुआ, लेकिन एबिड्टा मार्जिन मार्केट के अनुमान से कम रहा। इस दौरान कंपनी का वॉल्यूम 3.5 फीसदी और रियलाइजेशन 2.7 फीसदी बढ़ा। इससे कंपनी की नेट सेल्स साल दर साल आधार पर 6.4 फीसदी बढ़ी, जो किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा है। इसमें एक्सपोर्ट्स का बड़ा हाथ रहा, जिसकी ग्रोथ साल दर साल आधार पर 8.1 फीसदी रही। हालांकि, इंडिया में कंपनी की सेल्स में साल दर साल आधार पर सिर्फ 2.8 फीसदी इजाफा हुआ।
EBITDA मार्जिन में साल दर साल आधार पर 173 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट ने निराश किया। इसमें हायर मैटेरियल कॉस्ट और एंप्लॉयीज कॉस्ट बढ़ने का हाथ है। पैसेंजर व्हीकल कंपनियों के लिए फाइनेंशियल ईयर 2024-25 अच्छा नहीं रहा। इसकी वजह शहरों में व्हीकल्स की कमजोर मांग रही। लेकिन, ऑटो कंपनियों के लिए मीडियम टू लॉन्ग टर्म आउटलुक अच्छा दिख रहा है। घरेलू डिमांड कमजोर है, लेकिन एक्सपोर्ट में अच्छी ग्रोथ दिखी है। लगातार चौथे साल मारुति सुजुकी टॉप एक्सपोर्टर बनी रही। इंडिया के कुल पैसेंजर व्हीकल्स एक्सपोर्ट में मारुति की हिस्सेदारी करीब 43 फीसदी पहुंच गई है।
पिछले कुछ सालों में ग्राहकों की दिलचस्पी SUV में बढ़ी है। इसका असर एंट्री लेवल व्हीकल्स की सेल्स पर पड़ा है। इससे कंपनियों को घरेलू बाजार में सेल्स वॉल्यूम बढ़ाने में दिक्कत आ रही है। मारुति की उम्मीदें अब अपनी इलेक्ट्रिक कार e-Vitara पर टिकी हैं। यह इस साल सितंबर से पहले मार्केट में आ जाएगी। यह मारुति की पहली ईवी होगी। कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने चौथी तिमाही के नतीजे पेश करने के दौरान इस बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि मारुति e-Vitara का उत्पादन गुजरात स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में करेगी। कंपनी ने करीब 70,000 यूनिट्स ई-विटारा बनाने का प्लान बनाया है। इसका बड़ा हिस्सा कंपनी एक्सपोर्ट करेगी। कंपनी जापान सहित कई यूरोपीय देशों को अपनी ईवी एक्सपोर्ट करेगी। यह एक बार चार्ज करने पर 500 किलोमीटर से ज्यादा चलेगी। कंपनी ने इस मॉडल में कई नए फीचर्स दिए हैं। 25 अप्रैल को मारुति का स्टॉक 2.1 फीसदी गिरकर 11, 652 रुपये पर बंद हुआ।
