Last Updated on April 23, 2025 16:11, PM by
सायंट डीएलएम का प्रदर्शन चौथी तिमाही में अच्छा रहा है। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू साल दर साल आधार पर 18 फीसदी बढ़ा है। इसमें हाल में एलटेक इलेक्ट्रॉनिक्स के अधिग्रहण का हाथ है। हालांकि, अगर एलटेक के कंट्रिब्यूशन को छोड़ दिया जाए तो साल दर साल आधार पर कोर बिजनेस से रेवेन्यू 6 फीसदी कम रहा। मार्च तिमाही में कंपनी का ग्रॉस मार्जिन बढ़कर 34.5 फीसदी हो गया। हालांकि, एबिड्टा मार्जिन 13.4 फीसदी रहा। यह FY25 की तीसरी तिमाही के मुकाबले काफी ज्यादा है। तीसरी तिमाही में एंप्लॉयीज कॉस्ट बढ़ने, मर्जर एंड एक्विजिशन और बैड डेट प्रोविजन का असर एबिड्टा मार्जिन पर पड़ा था।
Cyient DLM ने उत्तरी अमेरिका में डिफेंस, हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल मार्केट्स में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। इसमें Altek Electronics के अधिग्रहण का हाथ है, जिसका अधिग्रहण कंपनी ने अक्टूबर 2024 में 2.92 करोड़ डॉलर में किया था। हालांकि, तीसरी तिमाही में 88 करोड़ रुपये के एलटेक इलेक्ट्रॉनिक्स के रेवेन्यू में किसी तरह का बदलाव नहीं आया, लेकिन इस अधिग्रहण से सायंट डीएलएम को रेवेन्यू के डायवर्सिफिकेशन में मदद मिली। अब सायंट डीएलएम के रेवेन्यू में मेडिकल टेक्नोलॉजीज और इंडस्ट्रियल सेगमेंट्स की हिस्सेदारी बढ़कर करीब 40 फीसदी हो गई है।
दूसरे बिजनेस सेगमेंट्स की बात की जाए तो तीसरी तिमाही में एयरोस्पेस वर्टिकल का प्रदर्शन अच्छा रहा। इस सेगमेंट की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 50 फीसदी से ज्यादा रही। लेकिन, डिफेंस वर्टिकल के रेवेन्यू में साल दर साल आधार पर 43 फीसदी की गिरावट आई। इसकी बड़ी वजह बड़े क्लाइंट्स से लोअर ऑफटेक रहा। रेवेन्यू में PCBA का सबसे ज्यादा 64 फीसदी कंट्रिब्यूशन रहा। बॉक्स बिल्डिंग सेगमेंट की हिस्सेदारी करीब 26 फीसदी रही।
चौथी तिमाही में कंपनी की क्लाइंट लिस्ट में एक मल्टीनेशनल क्लाइंट शामिल हो गया। इससे FY25 में नए क्लाइंट की कुल संख्या बढ़कर छह हो गई। मार्च 2025 में कंपनी की कंसॉलेडिटेड ऑर्डरबुक 1,906 करोड़ रुपये की थी, जो साल दर साल आधार पर 12 फीसदी कम है। इसमें कमजोर मांग और क्लाइंट्स के फैसले लेने में देरी का हाथ है। कंपनी के मैनेजमेंट का मानना है कि FY26 की शुरुआत पॉजिटिव रहेगी। मैनेजमेंट को FY26 में EBITDA मार्जिन डबल डिजिट में पहुंच जाने की उम्मीद है।
इस साल (2025) सायंट डीएलएम का स्टॉक 25 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। इसके बावजूद इसमें FY26 की अनुमानित अर्निंग्स के 50 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। FY26 के लिए बिजनेस आउटलुक बहुत पॉजिटिव नहीं दिख रहा। कंपनी की वैल्यूएशन को लेकर भी चिंता है। ऐसे में फिलहाल इस स्टॉक में निवेश करना ठीक नहीं होगा। 23 अप्रैल को सायंट डीएलएम का स्टॉक 2.88 फीसदी के उछाल के साथ 494.80 रुपये पर बंद हुआ।