Last Updated on April 23, 2025 15:14, PM by
J&K terror attack impact: पहलगाम आतंकी हमले का असर शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार को हुए इस आतंकी हमले में कम से कम 26 पर्यटकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इसके बाद आज बुधवार को जम्मू-कश्मीर बैंक (J&K), एयरलाइन और वहां के होटल सेक्टर्स से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई।
सुबह 11:10 बजे के करीब, J&K बैंक का शेयर लगभग 9 फीसदी टूटकर 103.78 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इस बैंक का अधिकतर कारोबार जम्मू-कश्मीर में स्थित है और इसकी करीब 80 फीसदी शाखाएं इसी राज्य में हैं। आशंका जताई जा रही है कि स घटना के बाद इसकी बैंकिंग सेवाओं में कुछ व्यवधान आ सकता है। इसी के बाद इसके शेयरों में यह गिरावट आई।
एयरलाइन कंपनियों के शेयरों पर असर देखा गया। SpiceJet के शेयर 1.6% की गिरावट के साथ 49 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। वहीं IndiGo के शेयर 0.5% की गिरावट के साथ 5,505 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे।
होटल सेक्टर में भी बिकवाली का दबाव देखा गया। लेमन ट्री होटल्स (Lemon Tree Hotels) के शेयरों में 2% से अधिक की गिरावट आई, वहीं EIH और Chalet Hotels के शेयरों में 1% तक की गिरावट देखी गई।
पहलगाम, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आने वाला सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है। आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है, खासतौर पर उन इलाकों में जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं।
पर्यटन पर गहराया संकट
हमले के ठीक बाद से कश्मीर जाने वाले पर्यटकों में डर का माहौल है। कई यात्रियों ने अपनी बुकिंग्स रद्द करा दी हैं। चलो घूमे टूर्स एंड ट्रैवल की ऑपरेशंस हेड कीर्ति अग्रवाल ने बताया, “हमारे ग्राहकों ने अगले 4-5 महीनों की सभी ट्रैवल बुकिंग्स कैंसिल कर दी हैं। इससे हमें बड़ा नुकसान होगा।” उन्होंने कहा कि कई पर्यटकों ने अपनी सुरक्षा के डर से होटल बुकिंग रद्द कर दी है। इस हमले ने इलाके में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिसका असर पर्यटन और लोकल बिजनेसों पर पड़ रहा है।
टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल काउंसिल (THSC) की चेयरपर्सन और TAAI की पूर्व अध्यक्ष ज्योति मायल ने भी इस बात की पुष्ट की। उन्होंने कहा, “हमले के बाद पहलागाम और आसपास के इलाकों में होटल रद्द होने की संख्या तेजी से बढ़ी है। यह घाटी के पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डालेगा।”
मयाल ने बताया, “यहां की इकोनॉमी पर्यटन पर भी आधारित हैं। ऐसे में पर्यटकों की ओर से ट्रैवल प्लान रद्द किए जाने से इसे भारी त्तीय नुकसान का सामना करना पड़ेगा। वित्त वर्ष 2024-25 में जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था 7.06% की दर से बढ़ी और पर्यटकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर रही। लेकिन इस हमले के बाद कश्मीर की छवि को फिर से एक सुरक्षित पर्यटन स्थल के रूप में बनाना एक जटिल चुनौती होगी।”