Last Updated on April 23, 2025 8:45, AM by
Stock Market Today: अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से जारी टैरिफ वॉर को लेकर बड़ी राहत की खबर सामने आई है. अमेरिकी वित्त मंत्री ने संकेत दिए हैं कि ट्रेड वॉर जल्द ही सुलझ सकता है. इस सकारात्मक बयान के बाद अमेरिकी बाजारों में चार दिनों की गिरावट के बाद फिर से मजबूती देखने को मिली. डाओ फ्यूचर्स में 500 अंकों की तेज़ी दर्ज की गई, वहीं एशियाई बाजारों में भी उछाल देखने को मिला. जापान का निक्केई इंडेक्स 650 अंक चढ़ गया और GIFT निफ्टी ने 200 अंकों की छलांग लगाकर 24,400 के स्तर के करीब पहुंच गया.
ट्रंप के बदले सुर ने बाजार में भरी उम्मीद
इस बीच, फेड चेयरमैन पॉवेल को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बदले सुर ने भी बाजार की धारणा को मजबूत किया. ट्रंप ने स्पष्ट किया कि फेड चेयरमैन को हटाने का उनका कोई इरादा नहीं है और वर्तमान समय को ब्याज दरें घटाने के लिए “परफेक्ट टाइम” बताया. इन संकेतों के कारण निवेशकों में भरोसा लौटा है. टैरिफ वॉर में नरमी की उम्मीद से सोने में मुनाफावसूली देखी गई. घरेलू बाजार में सोना 99,358 रुपए का उच्चतम स्तर छूने के बाद 2,000 रुपए फिसला. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना 125 डॉलर गिरकर 3,375 डॉलर के पास आ गया. दूसरी ओर, कच्चा तेल 2 प्रतिशत चढ़कर 68 डॉलर के करीब पहुंच गया.
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तिमाही नतीजों का मार्केट पर दिखेगा असर
कॉरपोरेट सेक्टर की बात करें तो HCL टेक ने अच्छे नतीजे पेश किए हैं, जबकि AU बैंक और Havells ने भी दमदार प्रदर्शन किया. हालांकि, M&M फाइनेंस और टाटा कम्युनिकेशन के परिणाम थोड़े निराशाजनक रहे. बाजार बंद होने के बाद Tata Consumer, LTIMindtree, Dalmia Bharat और Syngene के नतीजे आने वाले हैं, जिससे अगले सत्र में उतार-चढ़ाव संभव है. वहीं, टैरिफ की अनिश्चितताओं के चलते IMF ने भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में 30 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर इसे 6.2 प्रतिशत कर दिया है. 2025 के लिए वैश्विक वृद्धि दर का अनुमान भी घटाकर 2.8 प्रतिशत कर दिया गया है.
ये खबरें भी फोकस में रहेंगी
इन आर्थिक हलचलों के बीच देश को एक और बड़ी त्रासदी का सामना करना पड़ा है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक बड़े आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई. इस दुखद घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी यात्रा को बीच में ही छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया है. उम्मीद है कि जल्द ही सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर कैबिनेट की एक अहम बैठक बुलाई जाएगी. यह घटनाक्रम न केवल आर्थिक मोर्चे पर बल्कि देश की सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.