Last Updated on March 13, 2025 22:54, PM by Pawan
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने मेटल सेक्टर को लेकर अपनी ताजा रिपोर्ट जारी की है, जिसमें हिंडाल्को (Hindalco) और टाटा स्टील (Tata Steel) के लिए ‘बाय’ रेटिंग दी गई है, जबकि JSW स्टील को ‘होल्ड’ पर रखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मेटल स्टॉक्स ने इस साल अब तक निफ्टी-50 से 15-20% बेहतर प्रदर्शन किया है, और आने वाले महीनों में इसमें और मजबूती की संभावना है।
हिंडाल्को पर पॉजिटिव आउटलुक
जेफरीज ने हिंडाल्को (HNDL) के लिए 800 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया है, जो मौजूदा 678 रुपये के भाव से करीब 18% संभावित रिटर्न है। रिपोर्ट के अनुसार, हिंडाल्को का भारतीय एल्युमीनियम बिजनेस मजबूत स्थिति में है और वैश्विक एल्युमीनियम की कीमतें अच्छी बनी हुई हैं। स्पॉट कीमतें $2,708 प्रति टन पर बनी हुई हैं, जो जेफरीज के FY26-27 के अनुमान $2,600-2,650 प्रति टन से अधिक है। इसके अलावा, इसकी सहायक कंपनी Novelis की मार्जिन से जुड़ी चिंताएं भी कम हो रही हैं।
हिंडाल्को का FY26 के लिए 1.1x प्राइस टू बुक वैल्यू (PB) रेशियो 13% अनुमानित ROE के हिसाब से उचित स्तर पर है, जो इसके लॉन्गटर्म औसत 0.9x PB और 10% ROE से बेहतर है। इन फैक्टर्स को देखते हुए, जेफरीज ने हिंडाल्को को खरीदने की सलाह दी है।
टाटा स्टील के लिए ‘बाय’ रेटिंग बरकरार
टाटा स्टील (TATA) के लिए 180 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया गया है, जो मौजूदा भाव 150.85 रुपये के मुकाबले 19% संभावित रिटर्न को दर्शाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में स्टील की कीमतें 5% बढ़ चुकी हैं, और अगर सरकार चीनी स्टील के आयात पर सेफगार्ड ड्यूटी लगाती है, तो इससे भारतीय स्टील कंपनियों को और फायदा मिल सकता है।
टाटा स्टील का FY26 के लिए 1.9x PB रेशियो 11-14% अनुमानित ROE के हिसाब से उचित माना गया है। जेफरीज का मानना है कि टाटा स्टील की वॉल्यूम ग्रोथ मजबूत रहेगी, जिससे इसका वैल्यूएशन सपोर्टेड रहेगा। इसी कारण, ब्रोकरेज ने टाटा स्टील के टार्गेट प्राइस को 165 रुपये से बढ़ाकर 180 रुपये कर दिया है।
JSW स्टील पर ‘होल्ड’ की सलाह
JSW स्टील (JSTL) को लेकर जेफरीज ने सतर्क आउटलुक अपनाया है और इसे ‘होल्ड’ रेटिंग दी है। मौजूदा 999.55 रुपये के भाव के मुकाबले इसका टार्गेट प्राइस 920 रुपये तय किया गया है, जो -8% संभावित रिटर्न को दर्शाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, JSW स्टील की वैल्यूएशन ज्यादा महंगी है, क्योंकि यह FY26 के लिए 2.8x PB रेशियो पर ट्रेड कर रही है, जबकि अनुमानित ROE 12-14% है।
हालांकि, अगर भारतीय स्टील कीमतों में और तेजी आती है और सेफगार्ड ड्यूटी लगाई जाती है, तो यह स्टॉक भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। लेकिन फिलहाल इसके वैल्यूएशन को देखते हुए ब्रोकरेज ने इसे होल्ड करने की सलाह दी है।
चीन की रिकवरी और भारतीय स्टील सेक्टर पर असर
जेफरीज का मानना है कि चीन में आर्थिक सुधार के संकेत मिल रहे हैं, जिससे मेटल सेक्टर को सपोर्ट मिल सकता है। फरवरी 2025 में चीन का मैन्युफैक्चरिंग PMI 50 से ऊपर चला गया, जिससे डिमांड में सुधार के संकेत मिले हैं। चीन का सेकेंडरी प्रॉपर्टी मार्केट भी धीरे-धीरे स्थिर हो रहा है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि चीन का रियल एस्टेट सेक्टर अपने निचले स्तर को पार कर चुका है।
ग्लोबल एल्युमीनियम की कीमतें इस साल 7% बढ़ी हैं, जबकि चीन में स्टील की कीमतें 3% घटी हैं। भारत में स्टील की कीमतें हालांकि दिसंबर 2024 के निम्नतम स्तर से 5% ऊपर आ चुकी हैं। अगर सरकार चीन से आने वाले स्टील पर सेफगार्ड ड्यूटी लगाती है, तो भारतीय स्टील कंपनियों की मार्जिन और वैल्यूएशन को और बढ़ावा मिल सकता है।
