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PM मोदी ने भारत-मंडपम में ‘भारत-टेक्स 2025’ में भाग लिया: बोले- टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ पहुंचा, 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट

PM मोदी ने भारत-मंडपम में ‘भारत-टेक्स 2025’ में भाग लिया:  बोले- टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट ₹3 लाख करोड़ पहुंचा, 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट

Last Updated on February 16, 2025 21:06, PM by Pawan

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (14 फरवरी) रविवार को ‘भारत टेक्स 2025’ में भाग लेने भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने बताया कि आज हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं। हमारा टेक्सटाइटल एक्सपोर्ट 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। इसे 2030 तक ₹9 लाख करोड़ पहुंचाने का टारगेट है।

 

PM मोदी ने कहा, ‘आज भारत मंडपम भारत टेक्स के दूसरे आयोजन का साक्षी बन रहा है। इसमें हमारी परंपराओं के साथ ही विकसित भारत की संभावनाओं के दर्शन भी हो रहे हैं। ये देश के लिए संतोष की बात है कि हमने जो बीज रोपा है आज वो वटवृक्ष बनने की राह पर तेज गति से बढ़ रहा है। भारत टेक्स अब एक मेगा ग्लोबल टेक्सटाइल इवेंट बन रहा है।

इस आयोजन से टेक्सटाइल सेक्टर को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा

इस आयोजन से टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश, निर्यात और समग्र विकास को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा है। भारत टेक्स के इस आयोजन में हमारे परिधानों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधता के भी दर्शन होते हैं।

पिछले साल मैंने टेक्सटाइटल इंडस्ट्री में फार्म, फाइबर, फैब्रिक, फैशन और फॉरेन जैसे 5F फैक्टर्स की बात की थी। ये विजन अब भारत के लिए एक मिशन बनता जा रहा है। ये मिशन किसान, बुनकर, डिजाइनर और व्यापारी के लिए ग्रोथ के नए रास्ते खोल रहा है।

हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं

आज हम दुनिया के छठे सबसे बड़े टेक्सटाइटल और अपैरल्स एक्सपोर्टर हैं। हमारा टेक्सटाइटल निर्यात 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। अब हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक हम इसे 9 लाख करोड़ रुपए तक लेकर जाएंगे।

इस सफलता के पीछे पूरे एक दशक की मेहनत और एक दशक की कंसिस्टेंट पॉलिसी है। पिछले 1 दशक में हमारे टेक्सटाइटल सेक्टर में विदेशी निवेश दोगुना हुआ है।

टेक्सटाइटल देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाली इंडस्ट्री

टेक्सटाइटल देश में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर देने वाली इंडस्ट्रीज में से एक महत्वपूर्ण इंडस्ट्री है। भारत की मैन्यूफैक्चरिंग में ये सेक्टर 11% का योगदान दे रहा है।

इस बार बजट में भी हमने मिशन मैन्युफैक्चरिंग पर बल दिया है, उसमें आप सब भी आ जाते हैं। इसलिए जब इस सेक्टर में निवेश आ रहा है, ग्रोथ हो रही है तो उसका फायदा करोड़ों टेक्सटाइटल वर्कर्स को मिल रहा है।

हम दूरदर्शी और लॉन्ग टर्म आइडियाज पर काम कर रहे हैं

भारत के टेक्सटाइटल सेक्टर की समस्याओं का समाधान और संभावनाओं का सृजन हमारा संकल्प है। इसके लिए हम दूरदर्शी और लॉन्ग टर्म आइडियाज पर काम कर रहे हैं।

टेक्सटाइटल रीसाइक्लिंग मार्केट 400 मिलियन डॉलर तक पहुंचेगा

अगले कुछ सालों में भारत का टेक्सटाइटल रीसाइक्लिंग मार्केट 400 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। जबकि ग्लोबल रीसाइक्लिंग मार्केट करीब 7.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। अगर हम सही दिशा में आगे बढ़ें, तो भारत इसमें और बड़ा शेयर हासिल कर सकता है।

 

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