Last Updated on February 16, 2025 9:21, AM by Pawan
शेयर बाजार में जारी भारी बिकवाली के बीच सेफ हैवेन माने जाने वाले गोल्ड और उससे जुड़े निवेश ऑप्शन में लोगों का इंवेस्टमेंट तेजी से बढ़ रहा है. इसका ताजा उदाहरण हाल ही में एसोशिएसन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (AMFI) की रिपोर्ट में सामने आया है. जनवरी 2025 में गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (Gold ETFs) में निवेशकों का जबरदस्त रुझान देखने को मिला. इस महीने गोल्ड ईटीएफ में 3,751 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश हुआ, जो दिसंबर 2024 के 640 करोड़ रुपए की तुलना में 486% की भारी वृद्धि दर्शाता है. सालाना आधार पर भी यह आंकड़ा जनवरी 2024 के 657 करोड़ रुपए की तुलना में 471% की वृद्धि को दर्शाता है. यह उछाल दिखाता है कि निवेशक अस्थिरता के समय सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं.
जनवरी में गोल्ड ईटीएफ का रिटर्न
– LIC MF Gold ETF ने 7.72% का सर्वाधिक रिटर्न दिया.
– UTI Gold ETF ने 7.70% रिटर्न हासिल किया.
– HDFC Gold ETF और Nippon India ETF Gold BeES ने 7.63% का समान रिटर्न दिया.
– Mirae Asset Gold ETF ने 7.59% रिटर्न दर्ज किया.
– Tata Gold ETF और Edelweiss Gold ETF ने 6.93% का रिटर्न दिया.
– Groww Gold ETF ने 6.88% का सबसे कम रिटर्न दर्ज किया.
गोल्ड ईटीएफ में बढ़ता निवेश?
गोल्ड ईटीएफ की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसके एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में भी जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई. दिसंबर 2024 में गोल्ड ईटीएफ का AUM ₹44,595 करोड़ था, जो जनवरी 2025 में ₹51,839 करोड़ तक पहुंच गया. यह मंथली बेसिस पर 16% की वृद्धि को दर्शाता है. सालाना आधार पर, यह आंकड़ा जनवरी 2024 के ₹27,778 करोड़ की तुलना में 87% की भारी वृद्धि को दिखाता है.
गोल्ड ईटीएफ में जनवरी 2025 में आई रिकॉर्ड 3,751 करोड़ रुपए की इनफ्लो यह दिखाती है कि सोने में निवेश को लेकर निवेशकों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है. वैश्विक अनिश्चितताओं, शेयर बाजार में अस्थिरता और ब्याज दरों में संभावित कटौती को देखते हुए गोल्ड ईटीएफ का क्रेज आने वाले महीनों में भी जारी रह सकता है. हालांकि निवेश के लिहाज से अभी सोना बेस्ट ऑप्शन नहीं है, क्योंकि इसमें काफी तेजी आ चुकी है तो यह थोड़ा करेक्शन भी दिखा सकता है.
क्या अभी करें निवेश?
Pace360 के चीफ ग्लोबल स्ट्रेटजिस्ट अमित गोयल कहते हैं कि ऐसे में अगर कोई निवेशक पहले से इस ऐसेट क्लास में निवेश किया हुआ है तो उसे एक बार प्रॉफिट बुकिंग के बारे में भी सोचना चाहिए. वह मानते हैं कि यह अभी अपने लेवल से ऊपर पर ट्रेड हो रहा है तो अब इसमें हल्की रुकावट या करेक्शन देखने को मिल सकती है. वह ये भी कहते हैं कि इस महीने या अगले महीने सोना थोड़ा सस्ता हो सकता है. जो लोग निवेश के लिए सोच रहे हैं, उन्हें करेक्शन का इंतजार करना चाहिए.
