Last Updated on February 10, 2025 11:19, AM by Pawan
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को यानि आज स्टील और एल्युमीनियम के अमेरिका में सभी इंपोर्ट्स पर 25% टैरिफ की घोषणा करेंगे। ट्रंप ने रविवार को एयर फोर्स वन पर प्रेस से बात करते हुए कहा कि टैरिफ सभी देशों से मेटल इंपोर्ट पर लागू होंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि टैरिफ कब से लागू होंगे। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ट्रंप ने यह भी कहा कि वह इस सप्ताह के अंत में उन देशों पर पारस्परिक (रिसिप्रिकल) टैरिफ की घोषणा करेंगे, जो अमेरिका से उनके यहां आने वाले सामानों पर टैक्स लगाते हैं।
अमेरिका के नए स्टील टैरिफ अमेरिकी एनर्जी बिजनेस, विंड डेवलपर्स से लेकर ऑयल ड्रिलर्स तक को प्रभावित कर सकते हैं, जो अमेरिका में नहीं बनने वाले विशेष ग्रेड पर निर्भर हैं। कुछ तेल कंपनियों ने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान मेटल पर टैरिफ से छूट हासिल की थी।
स्टील-एल्युमीनियम बायर्स और सेलर्स को थी मार्च तक की मोहलत की उम्मीद
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, कई स्टील और एल्युमीनियम खरीदारों और विक्रेताओं को उम्मीद थी कि उनके पास किसी भी टैरिफ के लिए तैयार होने के लिए कम से कम मार्च तक का वक्त होगा। ट्रंप ने हाल ही में कनाडा और मेक्सिको पर 25 प्रतिशत का नया टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। लेकिन फिर कनाडा और मैक्सिको के टॉप लीडर्स से बातचीत के बाद ट्रंप ने इन दोनों देशों के सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले को 30 दिनों के लिए होल्ड कर दिया। लेकिन चीन के सामानों पर 10 प्रतिशत टैरिफ को लेकर फैसला बरकरार रखा।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या टैरिफ अभी भी मेक्सिको और कनाडा पर लागू होंगे। दोनों देश अमेरिका के लिए मेटल के बड़े सप्लायर हैं। हालांकि ट्रंप ने चीन से आने वाले छोटी वैल्यू के पैकेजेस पर टैरिफ लगाने पर रोक लगा दी है।
ट्रंप इन चीजों पर भी लगाने वाले हैं टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा है कि वह फार्मास्यूटिकल्स, तेल और सेमीकंडक्टर सहित अन्य चीजों पर टैरिफ लगाएंगे। साथ ही यूरोपीय संघ पर इंपोर्ट ड्यूटी लगाने पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप ने टैरिफ को अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने, व्यापार घाटे को कम करने और अपने टैक्स एजेंडे को पूरा करने में मदद करने के लिए रेवेन्यू के नए सोर्स खोजने के अपने प्रयास के सेंटर पॉइंट के तौर पर अपनाया है। हालांकि इस कदम से आर्थिक तबाही मचने का खतरा है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि टैरिफ से उन अमेरिकी मैन्युफैक्चरर्स के लिए लागत बढ़ेगी, जो सामान दूसरे देशों से इंपोर्ट करते हैं। इससे उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ेंगी, ट्रेड फ्लो कम होगा और ट्रंप अनुमानित रेवेन्यू लाने में नाकाम होंगे। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान स्टील और एल्युमीनियम पर सबसे पहले टैरिफ लगाया था। राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर 2018 में इस्पात पर 25% और एल्युमीनियम पर 10% शुल्क लगाया गया था।