Last Updated on February 3, 2025 10:16, AM by Pawan
Tariff War Impact: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर अतिरिक्त टैरिफ का ऐलान किया तो एशियाई मार्केट समेत दुनिया भर के बाजार ढह गए। हालांकि इसे लेकर वैश्विक ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) का कहना है कि यह स्थायी नहीं रहने वाला है। हालांकि गोल्डमैन का यह भी कहना है कि टैरिफ का असर कम समय के लिए ही रहने वाला है लेकिन आउटलुक के बारे में अभी पक्के तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। गोल्डमैन का कहना है कि अमेरिका ने टैरिफ हटाने के लिए आम शर्तें तय कर दी हैं।
Tariff War: टैरिफ में बढ़ोतरी का कितना असर?
गोल्डमैन के इकनॉमिस्ट्स ने अनुमान लगाया था कि कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी के स्थायी टैरिफ से अमेरिकी टैरिफ रेट में 7 फीसदी पर्सेंटेंज प्वाइंट की बढ़ोतरी होगी। इससे अमेरिकी कोर पीसीई (पर्सनल कंजम्प्शन एक्सपेंडिचर) प्राइसेज में 0.7 फीसदी की तेजी आ सकती है और जीडीपी को 0.4 फीसदी का झटका लग सकता है। कुछ समय पहले गोल्डमैन सैक्स ने कहा था कि 10 फीसदी अमेरिकी टैरिफ से इनफ्लेशन 3 फीसदी के पार पहुंच सकता है और ग्रोथ पर दबाव दिख सकता है। हाल ही में जेपी मॉर्गन की एक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि टैरिफ बढ़ाने पर कंज्यूमर प्राइस पावर में गिरावट आ सकती है।
गोल्डमैन के मुताबिक कनाडा के तेल पर टैरिफ से अमेरिकी मिडवेस्ट में पेट्रोल की कीमतें बढ़ सकती हैं। कनाडा का लगभग पूरा 40 लाख बैरल कच्चा तेल अमेरिका को निर्यात होता है और मैक्सिको से भी 5 लाख बैरल तेल अमेरिका जाता है। ट्रंप ने रविवार को कहा कि कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ से कुछ दिक्कत होगी लेकिन यह सही फैसला है। टैरिफ के चलते अमेरिकी डॉलर इंडेक्स करीब 1 फीसदी उछलकर 109 के पार चला गया। कनाडाई डॉलर वर्ष 2003 के बाद के निचले स्तर पर आ गया तो यूरो नवंबर 2022 के निचले स्तर पर आ गया। इस फैसले के चलते ब्रेंट क्रूड 76 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया।
Donald Trump ने टैरिफ की क्या टाइमलाइन की है फिक्स?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने टैरिफ को तब तक लगाए रखने की बात कही है जब तक कि खतरनाक ओपिओइड फेंटानिल और अवैध तरीके से अमेरिका में एंट्री बंद नहीं हो जाती है। ट्रंप के मुताबिक यह नेशनल इमरजेंसी है। चीन ने टैरिफ को लेकर खास प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में चुनौती देने का संकेत जरूर दिया है और साथ ही अमेरिकी से इस मामले में चर्चा का भी संकेत दिया है