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दमदार ऑर्डर बुक के चलते ब्रोकरेज को पसंद आया ये Reality Stock, 30% तक अपसाइड के लिए BUY की सलाह

दमदार ऑर्डर बुक के चलते ब्रोकरेज को पसंद आया ये Reality Stock, 30% तक अपसाइड के लिए BUY की सलाह

Last Updated on January 8, 2025 8:54, AM by Pawan

रियल एस्टेट की दुनिया में Macrotech Developers (Lodha) ने Q3FY25 में धुआंधार प्रदर्शन किया। ब्रोकरेज फर्म नुवामा की रिपोर्ट के मुताबिक, Lodha ने इस तिमाही में ₹45.1 अरब की प्री-सेल्स की, जो अब तक की सबसे ऊंची तिमाही बुकिंग है। इसके साथ ही, कलेक्शन में भी कंपनी ने रिकॉर्ड बनाया, जो ₹42.9 अरब तक पहुंच गया।

इन्हीं चीजों को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने Lodha को ₹1,749 का टारगेट प्राइस दिया है और ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी है। सोमवार को बाजार बंद के साथ Lodha का शेयर 1343 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। ऐसे में यह लॉन्ग टर्म में 30% का रिटर्न दे सकता है। पिछले एक साल में करीब 20% रिटर्न दे चुका ये शेयर शानदार बिक्री, कलेक्शन और नए प्रोजेक्ट्स के साथ निवेशकों के लिए एक शानदार विकल्प बनकर उभरा है।

त्योहारी सीजन ने दी रफ्तार

त्योहारी सीजन का पूरा फायदा उठाते हुए, कंपनी की प्री-सेल्स में सालाना आधार पर 32% और पिछली तिमाही की तुलना में 5% की ग्रोथ हुई। 9 महीनों में Lodha की कुल प्री-सेल्स ₹128.2 अरब रही, जिससे यह FY25 के 20% YoY ग्रोथ के लक्ष्य को पार करने के करीब है।

Lodha ने इस तिमाही में बेंगलुरु में एक नया प्रोजेक्ट हासिल किया, जिसकी ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू (GDV) ₹28 अरब है। इस साल अब तक कंपनी ने कुल 8 प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए हैं, जिनकी GDV ₹195 अरब है। कंपनी NCR में 33 एकड़ जमीन भी खरीद चुकी है, जहां डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर (वेयरहाउस और इंडस्ट्रियल) के लिए डेवलपमेंट किया जाएगा।

कलेक्शन की दमदार परफॉर्मेंस के चलते, कंपनी ने अपने कर्ज को घटाकर ₹43.2 अरब कर दिया। यह तिमाही आधार पर ₹6 अरब की कमी दिखाता है। Lodha का डेट-टू-इक्विटी अनुपात 0.5x की सीमा में है, जो इसे फाइनेंशियल रूप से और मजबूत बनाता है।

क्या कहती है ब्रोकरेज फर्म नुवामा?

नुवामा का मानना है कि Lodha की MMR (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) में मजबूत पकड़, रेजिडेंशियल सेक्टर की बढ़ती डिमांड और तेजी से जमीन की मोनेटाइजेशन रणनीति इसे ग्रोथ के लिए तैयार कर रही है। कंपनी के पास FY25 में अपने सभी लक्ष्य पार करने की पूरी क्षमता है।

हालांकि, नुवामा ने कुछ जोखिमों का भी जिक्र किया है:

  • ब्याज दरों का खतरा: अगर दरें बढ़ीं, तो रियल एस्टेट सेक्टर पर असर पड़ सकता है।
  • कर्ज में कमी की चुनौती: अगर कंपनी कर्ज को और कम नहीं कर पाई, तो निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है।
  • MMR पर निर्भरता: Lodha का ज्यादातर काम मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में होता है, जिससे इस क्षेत्र में होने वाली दिक्कतों का असर कंपनी पर ज्यादा पड़ सकता है।

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