Uncategorized

दमदार लिस्टिंग के बाद Indo Farm के शेयर में आया तूफान, 11% तक चढ़ गया भाव, निवेशकों की आई मौज

दमदार लिस्टिंग के बाद Indo Farm के शेयर में आया तूफान, 11% तक चढ़ गया भाव, निवेशकों की आई मौज

Last Updated on January 7, 2025 12:36, PM by Pawan

नई दिल्ली: मंगलवार को मेन बोर्ड से इंडो फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड (Indo Farm Equipment Ltd) के आईपीओ की लिस्टिंग हुई। यह आईपीओ बीएसई पर 20 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ। वहीं लिस्टिंग के बाद इसमें तूफानी तेजी आनी शुरू हो गई। सुबह 11 बजे तक यह लिस्टिंग के बाद 11 फीसदी (लिस्टिंग प्राइस के मुकाबले) से ज्यादा चढ़ गया। हालांकि बाद में बिकवाली के चलते इसमें कुछ गिरावट आई।इंडो फार्म का आईपीओ बीएसई पर इश्यू प्राइस से 20.19 फीसदी प्रीमियम के साथ 258.40 रुपये पर लिस्ट हुआ। इसे निवेशकों की ओर से जबरदस्त समर्थन मिला था। यह 227.67 गुना सब्सक्राइब किया गया था। रिटेल कैटेगरी में इसे 101.79 गुना आवेदन मिले थे। वहीं क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) सेगमेंट को 242.4 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) कैटेगरी में 501.75 गुना सब्सक्राइब किया गया था।

लिस्टिंग के बाद और बढ़ी कीमत

लिस्टिंग के बाद इस शेयर की कीमत और बढ़ने लगी। सुबह 11:30 बजे तक यह अधिकतम 286.90 रुपये पर पहुंच गया था। यानी यह लिस्टिंग के बाद 11 फीसदी तक चढ़ गया था। हालांकि बाद में बिकवाली के कारण इसमें कुछ गिरावट आई। सुबह 11:30 बजे ये शेयर लिस्टिंग प्राइस से 8.86 फीसदी की तेजी के साथ 281.30 रुपये पर था। यानी इसमें पहले ही दिन करीब 31 फीसदी की तेजी आ गई है।

कितना हुआ फायदा?

इस आईपीओ का प्राइस बैंड 204 से 215 रुपये के बीच था। हालांकि बाद में इसकी कीमत 215 रुपये तय हुई। बीएसई पर यह 20.19 फीसदी प्रीमियम के साथ 258.40 रुपये पर लिस्ट हुआ। यानी निवेशकों को प्रति शेयर 43.20 रुपये का फायदा हुआ। लिस्टिंग के बाद इसमें और तेजी आई जिससे निवेशकों का फायदा और बढ़ गया।

क्या करती है कंपनी?

इस कंपनी की स्थापना 1994 में हुई थी। यह खेती से जुड़े इक्विपमेंट बनाती है। इसमें ट्रैक्टर, पिक एंड कैरी क्रेन्स और दूसरे उपकरण शामिल हैं। कंपनी के दो ब्रांड हैं। इनके नाम इंडो फार्म और इंडो पावर हैं। कंपनी अपने प्रोडक्ट नेपाल, सीरिया, बांग्लादेश आदि देशों में भी एक्सपोर्ट करती है।

कंपनी क्या करेगी रकम का?

आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने कारोबार को विस्तार देने में करेगी। कंपनी पिक एंड कैरी क्रेन्स मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार करने के लिए नई यूनिट लगाएगी। साथ ही कंपनी आईपीओ से मिली रकम का कुछ हिस्सा अपने कर्ज चुकाने में करेगी। सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल किया जाएगा।

डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top