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Senores Pharmaceuticals IPO 98 गुना भरकर बंद, अब 30 दिसंबर को 72% प्रीमियम पर लिस्ट हो सकते हैं शेयर

Senores Pharmaceuticals IPO 98 गुना भरकर बंद, अब 30 दिसंबर को 72% प्रीमियम पर लिस्ट हो सकते हैं शेयर

Last Updated on December 29, 2024 11:50, AM by Pawan

Senores Pharmaceuticals IPO: फार्मा कंपनी सेनोरेस फार्मास्युटिकल्स का 582.11 करोड़ रुपये का पब्लिक इश्यू 24 दिसंबर को बंद हो चुका है। अब 30 दिसंबर को शेयर BSE, NSE पर लिस्ट होंगे। IPO में 500 करोड़ रुपये के 1.28 करोड़ नए शेयर जारी हुए और 82.11 करोड़ रुपये के 21 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहा। बिडिंग 20 दिसंबर को 372-391 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में शुरू हुई थी।

शेयरों की लिस्टिंग को लेकर अनुमान की बात करें तो ग्रे मार्केट में Senores Pharmaceuticals का शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 391 रुपये से 284 रुपये या 72.63 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इस बेसिस पर शेयर 675 रुपये के भाव पर लिस्ट हो सकता है। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।

IPO 97.86 गुना सब्सक्राइब

 

कंपनी के प्रमोटर स्वप्निल जतिनभाई शाह और अशोक कुमार विजय सिंह बरोत हैं। IPO से पहले कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से 260.63 करोड़ रुपये जुटाए। IPO 97.86 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 97.84 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 100.35 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 93.16 गुना भरा।

IPO के पैसों का कैसे इस्तेमाल करेगी कंपनी

सेनोरेस फार्मास्युटिकल्स अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल सहायक कंपनियों Havix Group, Senores Pharmaceuticals Inc, Ratnatris Pharmaceutical Private Limited में निवेश के लिए, अपने और Havix के कर्ज को पूरी तरह से या कुछ हद तक चुकाने के लिए, वर्किंग कैपिटल जरूरतों की फंडिंग के लिए, एक्वीजीशन और अन्य स्ट्रैटेजिक पहलों के जरिए इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।

Senores Pharmaceuticals का बिजनेस और वित्तीय स्थिति

सेनोरेस फार्मास्युटिकल्स का बिजनेस मुख्य रूप से अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम के रेगुलेटेड मार्केट्स पर फोकस्ड है। इसके अलावा 43 उभरते बाजारों में भी इसकी मौजूदगी है। कंपनी क्रिटिकल केयर इंजेक्टेबल्स और एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इनग्रेडिएंट्स) भी बनाती है।

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन हेल्दी रहा है। इसका नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2024 में 288 प्रतिशत बढ़कर 32.7 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पहले के वित्त वर्ष में 8.4 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 के दौरान रेवेन्यू 457 प्रतिशत बढ़कर 217.3 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 39 करोड़ रुपये था। अप्रैल-सितंबर 2024 अवधि में रेवेन्यू 183.35 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 23.94 करोड़ रुपये रहा।

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