Last Updated on December 18, 2024 11:02, AM by Pawan
Supreme Facility Management IPO Listing: सुप्रीम फैसिलिटी मैनेजमेंट के शेयरों की आज NSE SME पर फीकी एंट्री हुई और फिर टूटकर यह लोअर सर्किट पर भी आ गया। इसके आईपीओ को ओवरऑल 27 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 76 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 75.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन तो नहीं मिला, बल्कि उनकी पूंजी ही 1.32 फीसदी घट गई। थोड़ी ही देर में और झटका तब लगा, जब शेयर टूटकर 71.25 रुपये (Supreme Facility Management Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 6.25 फीसदी घाटे में हैं।
Supreme Facility Management IPO के पैसों का ऐसे होगा इस्तेमाल
सुप्रीम फैसिलिटी मैनेजमेंट का ₹50 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 दिसंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 27.01 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 8.24 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 15.7 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 42.5 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 65,79,200 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, इनऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Supreme Facility Management के बारे में
वर्ष 2005 में बनी सुप्रीम फैसिलिटी सर्विस मैनेजमेंट हाउसकीपिंग एंड क्लीनिंग, डिसइंफेक्टिंग एंड सैनिटाइजिंग, स्टॉफिंग और कॉरपोरेट फूड सॉल्यूशन सर्विसेज जैसी इंटीग्रेटेड फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज ऑफर करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 3.88 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 5.54 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 7.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 22 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 356.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 2.41 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 99.33 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।
