Last Updated on December 17, 2024 3:24, AM by Pawan
GK Energy IPO: एग्रीकल्चर के लिए सोलर वाटर पंप प्रोवाइड करने वाली कंपनी GK Energy अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक इस आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, शेयरधारकों द्वारा 84 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी।
GK Energy IPO के बारे में
पुणे स्थित फर्म ने 100 करोड़ रुपये के शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट की योजना बनाई है। अगर प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पूरा हो जाता है, तो नए इश्यू का आकार कम हो जाएगा। शुक्रवार को दाखिल किए गए ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार नए इश्यू से प्राप्त होने वाली राशि में से 422.46 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।
GK Energy का बिजनेस
जीके एनर्जी सौर ऊर्जा से चलने वाले एग्रीकल्चरल वाटर पंप सिस्टम के लिए इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कमीशनिंग (EPC) सर्विसेज प्रोवाइड करने वाली लीडिंग कंपनी है। ये पंप सिस्टम केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) स्कीम के कंपोनेंट बी के तहत ऑफर किए जाते हैं। कंपनी सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप सिस्टम के EPC में माहिर है, जो प्रत्यक्ष लाभार्थियों और अन्य ग्राहकों दोनों को सर्विस प्रदान करती है।
कंपनी कई अतिरिक्त EPC सर्विसेज भी प्रदान करती है, जैसे कि जल जीवन मिशन के तहत वाटर स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम का इंस्टॉलेशन। यह शहरी स्थानीय निकायों के माध्यम से इंप्लीमेंटेड केंद्र सरकार की पहल है। अन्य ऑफरिंग्स में सरकारी एजेंसियों के लिए सोलर प्रोडक्ट्स की सप्लाई और स्थापना और छत पर सोलर सॉल्यूशन शामिल हैं।
इसके अलावा, कंपनी ट्रेडिंग एक्टिविटी में लगी हुई है, फोटोवोल्टिक (PV) सेल, थर्ड पार्टी द्वारा निर्मित सोलर मॉड्यूल और अन्य संबंधित प्रोडक्ट बेचती है। अक्टूबर 2024 तक जीके एनर्जी की ऑर्डर बुक 759 करोड़ रुपये थी।
GK Energy का फाइनेंशियल
वित्तीय मोर्चे पर, कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में 44.23 फीसदी बढ़कर 411.09 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 285.03 करोड़ रुपये था। प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स वित्त वर्ष 2023 में 10 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 36 करोड़ रुपये हो गया। 30 सितंबर, 2024 को समाप्त छह महीनों में रेवेन्यू 422 करोड़ रुपये रहा और प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स 51 करोड़ रुपये रहा।
