Last Updated on December 13, 2024 13:14, PM by Pawan
Why Market Fall: इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन और सेंसेक्स की वीकली एक्सपायरी के दिन घरेलू मार्केट में हाहाकार मचा हुआ है। एशियाई मार्केट में धड़ाधड़ बिकवाली ने यहां भी चौतरफा बिकवाली का दबाव बनाया। एशियाई बाजारों में मजबूत डॉलर, अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में बढ़ोतरी और चीन के इकॉनमी की कमजोरी के चलते दबाव पड़ा। इस दबाव में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1200 प्वाइंट्स से अधिक टूट गया तो निफ्टी 50 (Nifty 50) भी फिसलकर 24200 के नीचे आ गया। फिलहाल सेंसेक्स 1005.82 प्वाइंट्स यानी 1.24% की गिरावट के साथ 80,284.14 और निफ्टी भी 1.24% यानी 303.50 प्वाइंट्स की कमजोरी के साथ 24,245.20 पर है। इंट्रा-डे में सेंसेक्स 80,082.82 और निफ्टी 24,180.80 तक आ गया था। सेक्टरवाइज बात करें तो निफ्टी का मेटल और पीएसयू बैंक इंडेक्स 2-2 फीसदी से अधिक टूट गया।
मार्केट में क्यों आई भारी गिरावट?
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार का कहना है कि डॉलर की मजबूती परेशान कर रही है क्योंकि इससे महंगाई बढ़ सकती है। इसके अलावा ट्रेजरी यील्ड इस साल की सबसे बड़ी वीकली तेजी आई है और यह इसलिए ऊपर चढ़ा है क्योंकि अगले साल 2025 में अमेरिकी फेड से ब्याज दरों में भारी कटौती की उम्मीद है। वहीं चीन में एक हाई लेवल मीटिंग में कर्ज और खपत बढ़ाने का वादा तो किया गया लेकिन चाइनीज स्टॉक्स को सपोर्ट नहीं मिला क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के आने पर अमेरिका और चीन के बीच कारोबारी तनाव की चिंताएं बढ़ी हैं।
भारत की बात करें तो विजयकुमार ने विदेशी निवेशकों की बिकवाली बने रहने को अहम चुनौती। 11 और 12 दिसंबर को FIIs ने भारतीय शेयर मार्केट से 4,572 करोड़ रुपये की नेट बिक्री की। विजयकुमार का कहना है कि हाई वैल्यूएशन के चलते हर उछाल पर वे शेयर बेच रहे हैं और महंगे डॉलर से उन्हें और फायदा मिल रहा है।
अब आगे क्या है रुझान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारतीय में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) नवंबर में 5.48 फीसदी पर आ गई जोकि अक्टूबर में 6.21 फीसदी पर थी। हालांकि जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गौरंग शाह के मुताबिक ये आंकड़े बाजार पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं डालेंगे। शाह का मानना है कि अभी कंसालिडेशन का फेज चल रहा है और लोअर साइड में यह 24,200–24,400 और हायर साइड में 24,600–24,750 की रेंज में ऊपर-नीचे हो सकता है। ऐसे में उन्होंने बेंचमार्क इंडेक्स की बजाय किसी खास स्टॉक या सेक्टर में तेज हलचल की उम्मीद जताई है। वहीं यदि निफ्टी 24,750–24,800 के ऊपर मजबूती से बंद होता है, तो 25,000 तक तेजी दिख सकती है लेकिन इसमें कुछ समय लग सकता है।
