Last Updated on November 27, 2024 11:42, AM by Pawan
Kavach 4.0: ट्रेनों में कवच सिस्टम का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. पहले जहां किसी ट्रेन के लोकोमोटिव इंजन में कवच 4 (Kavach 4.0) इंस्टॉल करने में 15 दिन का समय लगता था, अब ये काम सिर्फ 22 घंटे में पूरा हो जाएगा. देश के 68 लोकोमोटिव मेंटनेंस वर्कशॉप में कवच 4.0 को इंस्टॉल करने का काम तेजी से किया जा रहा है. भारतीय रेलवे के कवच सिस्टम का फायदा इसे बनाने वाली कंपनियों को भी होने वाला है. वर्तमान में HBL, BEL, CG Power, Kernex जैसी कंपनियां रेलवे के लिए ये सिस्टम इंस्टॉल कर रही हैं.
हर रोज 200 इंजनों में लग रहा कवच
रेलवे ने बताया कि हर रोज 200 लोकोमोटिव इंजन में कवच 4.0 सिस्टम को इंस्टॉल किया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अगले 6 साल में पूरे देश में कवच सिस्टम इंस्टॉल हो जाएगा.
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में भारत में बहुत तेजी और कम लागत के साथ कवच सिस्टम लगाया जा रहा है और Indian Railway बहुत जल्द जीरो ट्रेन एक्सिडेंट और ट्रेन डिरेलमेंट के नए कीर्तिमान को छू लेगी.
4 घंटे में इस्टॉल हो जाएगा कवच 4.0
रेलवे ने बताया कि देश के 68 लोकोमोटिव मेंटनेंस वर्कशॉप में लोकोमोटिव रेल इंजन और पटरियों पर लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है. देश के हर वर्कशॉप में रोजाना करीब 10 से 12 लोकोमोटिव में कवच इंस्टॉल किए जाने की क्षमता है.
रेलवे के ऑपरेशन पर ये बात निर्भर करता है कि किस वर्कशॉप में एक दिन में कितने लोकोमोटिव में कवच सिस्टम लग पाता है. मेंटेनेंस के लिए आए लोकोमोटिव के साथ कवच भी फिट होता है. कोई भी लोको किसी वर्कशॉप में 24 घंटे के लिए आता है. ऐसे में उस लोकोमोटिव में कवच 4.0 भी इंस्टॉल किया जाता है.
2 साल में 10 हजार लोकोमोटिव में इंस्टॉल होगा कवच 4.0
भारतीय रेलवे ने बताया कि वर्तमान में रेलवे के पास कुल 18 हजार इलेक्ट्रिफाइड लोकोमोटिव हैं. इन इंजनों में 2 साल में 10 हजार लोकोमोटिव में कवच इंस्टॉल करने का टारगेट रखा गया है. जबकि उसके अगले 4 साल में सभी इलेक्ट्रीफाइड लोकोमोटिव में और देश भर के इलेक्ट्रीफाइड रेल ट्रैक पर कवच 4 इंस्टॉल होना है.
9 हजार कर्मचारियों को मिली ट्रेनिंग
लोकोमोटिव इंजन में तेजी से कवच सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए रेलवे ने सबसे पहले 9 हजार रेल कर्मियों को इसे लेकर ट्रेनिंग दी है. फिलहाल रेलवे की तरफ से कुल 15 हजार किलोमीटर रेल ट्रैक पर कवच लगाने का टेंडर दिया गया है और अभी तक एक हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर कवच इंस्टॉल कर दिया गया है, जिनमें मुंबई से बड़ौदा और दिल्ली से पलवल रूट शामिल हैं.
