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सिलिकॉन वैली के दिग्गज वेंचर कैपिटलिस्ट टिम ड्रेपर की भारतीय स्टार्टअप में क्यों हैं दिलचस्पी, जानिए खुद उनकी ही जुबानी

Last Updated on November 17, 2024 10:13, AM by

ग्लोबल स्टार्ट अप इको सिस्टम और सिलिकॉन वैली में टिम ड्रेपर (Tim Draper) का नाम काफी मशहूर हैं । इन्होंने ड्रैपर एसोसिएट्स (Draper Associates), DFJ और ड्रेपर वेंचर नेटवर्क ( Draper Venture Network) के जरिए दुनिया की कई इंडस्ट्री को सपोर्ट किया हैं। टिम ड्रेपर ने Tesla से लेकर Twitter, चिन की Baidu Coinbase, Skype, जैसे प्लेटफॉर्म्स में निवेश किया है। यही टिम ड्रेपर आजकल भारत में निवेश बढा रहे हैं । भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम इनकी रुची पर सीएनबीसी-आवाज ने टिम ड्रेपर के बातचीत की। यहां हम आपके लिए इसी बातचीत का एक अंश दे रहे हैं।

भारत के विकास पर ड्रेपर की नजर

टिम ड्रेपर ने कहा कि भारत के विकास पर उनकी नजर बनी हुई है। भारत चीन में हुए विकास की राह पर है। भारत के अगल-अलग पहलू आकर्षित करते हैं। ड्रेपर ने बताया के उनके पिता भारत के पहले वेंचर कैपिटलिस्ट थे। मशहूर मीट द ड्रेपर्स शो (Meet The Drapers) का अगला सीजन भारत में आयोजित होगा।

भारतीय आंत्रप्रेन्योर की खूबियां पसंद

इसके जवाब में टिम ड्रेपर ने कहा कि 10 सालों से स्टार्टअप का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला है। भारत में स्टार्टअप के लिए माहौल अच्छा है। इसमें छोटे बिजनेस को ग्लोबल ले जाने की क्षमता है। भारत बिजनेस करने में आसानी ला रहा है। भारत में निवेश का सुनहरा मौका है। भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने में सक्षम है।

भारतीय स्टार्टअप बन सकती है जायंट कंपनियां

टिम ने आगे कहा कि भारतीय स्टार्टअप जायंट कंपनियां बन सकती है। उनका AI, Big Data, क्रिप्टो, स्पेस टेक, बायोटेक पर फोकस है। डाटा से हेल्थकेयर इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आएगा। डायग्नोस्टिक्स में मशीन का कमाल दिखेगा। ट्रान्सपोर्टेशन बिजनेस में बड़ा ट्रान्सफॉर्मेशन दिखेगी। स्पेस टेक बिजनेस में जोरदार हलचल रहेगी। बिटकॉइन पर भ टिम ड्रेपर की नजर है। उनका कहना कि आगे इन सेक्टरों से जुड़े स्टार्टअप कमाल कर सकते हैं।

टिम ने आगे कहा कि कंजम्पशन ड्रिवन इकोनॉमी आकर्षक होती है। बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज कंज्यूमर पर निर्भर करती है। भारत में एक बहुत बड़ा कंज्यूमर बेस है। यहां किए गए निवेश पर कई गुना रिटर्न की उम्मीद है। ग्लोबल निवेशकों के लिए भारत में मौके हैं। लेकिन हमें कैश बर्न कंट्रोल में रखने पर फोकस रखना चाहिए ऑर्गेनिकली ग्रोथ करने वाली कंपनियों पर फोकस होना चाहिए। ड्रेपर ने कहा कि वे एग्जिट पर खास फोकस नहीं रखते हैं। इनकी बिजनेस को बड़ा बनाने का लक्ष्य होता है।

भारत में अमेरिका को टक्कर देने की क्षमता

टिम ने बताया कि भारत में उन्होंने र्ली स्टेज फंड ड्रेपर एसोसिएट्स (Draper Associates) के जरिए होम अप्लायंस और लॉजिस्टिक ड्रोन स्टार्टअप Bon V Aero में निवेश किया है। AI, Big Data, क्रिप्टो, स्पेस टेक और बायोटेक पर उनका फोकस है। उनका कहना है कि टेक्नोलॉजी से जिंदगी आसान बनाने की जरूरत है।

भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस काफी बेहतर हुआ है। पिछले कुछ सालों में भारत में काफी विकास हुआ है। पिछले 10 सालों में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम काफी परिपक्व हुआ है। मेक इन इंडिया, बिल्ड फार द वर्ल्ड का बडा मौका है। ये भारत में कारोबार शुरू करने का सही समय है। भारत अगले कुछ सालों में अमेरिका को टक्कर दे सकता हैं। टिम ने कहा कि उन्हें बडी कंपनियो को डिसरप्ट (disrupt) करने वाले कारोबार पसंद हैं।

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