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Niva Bupa IPO Listing: ₹74 के शेयर ने दिया 6% का लिस्टिंग गेन, लेकिन जून तिमाही में फीका था निवा बूपा का कारोबार

Last Updated on November 14, 2024 10:36, AM by Pawan

Niva Bupa Health Insurance IPO Listing: हेल्थ इंश्योरेंस प्लान बेचने वाली निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में करीब 6 फीसदी प्रीमियम पर एंट्री हुई और इसके बाद यह और ऊपर चढ़ा। हालांकि इसके आईपीओ को मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। आईपीओ के तहत 74 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 78.50 रुपये और NSE पर 78.14 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 6 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Niva Bupa Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 80.94 रुपये (Niva Bupa Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 9.38 फीसदी मुनाफे में हैं।

Niva Bupa IPO को मिला था मिला-जुला रिस्पांस

निवा बूपा का ₹2,200.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-11 नवंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। ओवरऑल यह इश्यू 1.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 2.17 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.71 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.88 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 800.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 189,189,189 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी सॉल्वेंसी लेवल को मजबूत करने के लिए कैपिटल बेस बढ़ाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

Niva Bupa Health Insurance के बारे में

वर्ष 2008 में बनी निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस बूपा ग्रुप और फेटल टोन एलएलपी की एक ज्वाइंट वेंचर है। इंडिनिजुअल्स के साथ ग्रुप प्रोडक्ट्स के तौर पर यह हेल्थ इंश्योरेंस मुहैया कराती है। इसका कारोबार देश के 22 राज्यों और 4 यूनियन टेरिटरीज में फैला हुआ है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 196.53 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले वित्त वर्ष 2023 में स्थिति सुधरी और इसे 12.54 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो अगले वित्त वर्ष 2024 में 81.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 47 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 4,118.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 18.82 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 1,124.90 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ

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